उत्तर और मध्य भारत में अत्यधिक गर्मी के कारण लोग परेशान हैं। कई जगहों पर तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है, और दुर्भाग्य से, लोगों की मौतें भी हो रही हैं। दिल्ली में भीषण गर्मी के साथ-साथ पानी की कमी भी लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गई है।
शहर के कई इलाकों में पानी की गंभीर किल्लत है। लोग पानी के टैंकरों के पीछे बाल्टी और पाइप लेकर दौड़ते नजर आ रहे हैं। टैंकर आते ही लोग उस पर झपट पड़ते हैं, जिसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पानी के लिए घंटों लंबी लाइनें लगनी पड़ रही हैं।
गुरुवार को दिल्ली सरकार को इस गंभीर संकट को देखते हुए इमरजेंसी बैठक बुलानी पड़ी। पानी की बर्बादी रोकने के लिए पहले ही जुर्माना लगाया जा चुका है।
गर्मी इतनी तेज है कि RML अस्पताल में हीटस्ट्रोक के मरीजों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
लोगों का कहना है:
- “यह बहुत बड़ी समस्या है। एक टैंकर आता है और बस्ती बहुत बड़ी है। इतनी बड़ी बस्ती में एक टैंकर से क्या होगा? हमने सरकार को दो बार आवेदन दिया, लेकिन गरीबों की कोई सुनवाई नहीं होती है।” – गीता कॉलोनी के एक निवासी
- “सुबह 6 बजे से ही लोग पानी के टैंकर का इंतजार करने लगते हैं। पानी के लिए लोगों में बहस और झगड़ा अब आम बात हो गई है।” – विवेकानंद कैंप के एक निवासी
- “घर के पुरुष और लड़के तो ज्यादातर काम पर चले जाते हैं, ऐसे में पानी भरने की जिम्मेदारी घर की महिलाओं की ही होती है।” – कुसुमपुर पहाड़ी की एक महिला
#WATCH | Delhi: Due to the water crisis, people are facing problems in many areas of Delhi. Water is being supplied to the people through tankers.
(Visuals from Chanakyapuri’s Sanjay Camp area) pic.twitter.com/5HgqL7tj5O
— ANI (@ANI) May 31, 2024
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि “पूरे देश में अभूतपूर्व गर्मी के कारण पानी और बिजली का संकट पैदा हो गया है। इतनी भीषण गर्मी में पानी की डिमांड बहुत बढ़ गई है।” उन्होंने पड़ोसी राज्यों से मिलने वाले पानी में कमी और बढ़ती मांग को समस्या का मुख्य कारण बताया। उन्होंने बीजेपी से दिल्ली के लिए एक महीने के लिए पानी का इंतजाम करने का आग्रह किया है।
इस बार पूरे देश में अभूतपूर्व गर्मी पड़ रही है जिसकी वजह से देश भर में पानी और बिजली का संकट हो गया है। पिछले वर्ष, दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड 7438 MW थी। इसके मुक़ाबले इस साल पीक डिमांड 8302 MW तक पहुँच गयी है। पर इसके बावजूद दिल्ली में बिजली की स्थिति नियंत्रण में है, अन्य…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 31, 2024
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि वजीराबाद और ओखला प्लांट की क्षमता कम हो गई है। दिल्ली में 1000 MGD पानी का उत्पादन होता है, जबकि इसकी जरूरत 1250 MGD है। उन्होंने कहा कि 30 साल पहले हुए पानी के बंटवारे पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
आप सरकार ने भी पानी की बर्बादी रोकने के लिए 200 टीमें तैनात की हैं। इन टीमों पर सुबह 8 बजे से पानी बर्बाद करने वालों पर जुर्माना लगाने का काम सौंपा गया है।