लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज 13 राज्यों की 88 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस चरण में मतदाता कांग्रेस अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई प्रमुख नेताओं के भाग्य का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) करेंगे। इस चुनाव से पप्पू यादव और रवींद्र भाटी जैसे नेताओं का राजनीतिक भविष्य भी तय होने की उम्मीद है, जो स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। कुछ सीटों पर आमने-सामने का मुकाबला होता है तो कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होता है। अब एक नजर डालते हैं ऐसे ही अहम नेताओं की सीटों पर.

रविंद्र भाटी

राजस्थानी राजनीति की युवा सनसनी रविंद्र भाटी ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीते भी. रविंद्र भाटी अब लोकसभा चुनाव में भी निर्दलीय ही मैदान में हैं. बाड़मेर में रविंद्र भाटी का मुकाबला बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और कांग्रेस के उम्मेदाराम से है. उम्मेदाराम 2019 के चुनाव में इस सीट से आरएलपी के उम्मीदवार थे.

शशि थरूर

पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से कांग्रेस के टिकट पर लगातार चौथी बार चुनाव मैदान में हैं. साल 2009, 2014 और 2014 चुनाव में लगातार तीन बार इस सीट से सांसद रहे थरूर के सामने बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और लेफ्ट ने पन्नियन रवींद्रन को उतारा है.

नवनीत राणा

महाराष्ट्र की अमरावती सीट से 2019 में नवनीत राणा निर्दलीय चुनाव जीतकर संसद पहुंची थीं. संसद में कई अहम मौकों पर सरकार के समर्थन में खड़ी नजर आईं नवनीत राणा को इस बार बीजेपी ने अमरावती सीट से ही उम्मीदवार बनाया है. अमरावती सीट पर नवनीत का मुकाबला कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े से है. अमरावती सीट से 1999 से 2014 तक शिवसेना के उम्मीदवार जीतते रहे हैं. 2019 में अमरावती ने शिवसेना का किला ढहा दिया था.

अरुण गोविल

टीवी सीरियल रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल मेरठ सीट से चुनाव मैदान में हैं. अरुण गोविल के सामने इंडिया ब्लॉक की ओर से सपा ने पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को उतारा है. सपा ने इस सीट पर दो बार उम्मीदवार बदला. पार्टी ने पहले भानु प्रताप को टिकट दिया था, फिर सरधना विधायक अतुल प्रधान की उम्मीदवारी का ऐलान किया गया. पार्टी ने बाद में सुनीता वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया.

पप्पू यादव

पूर्णिया सीट से पप्पू यादव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं. पप्पू यादव इंडिया ब्लॉक में शामिल कांग्रेस से टिकट के दावेदार थे. पप्पू ने टिकट के आश्वासन पर ही अपनी पार्टी के कांग्रेस में विलय का ऐलान किया था लेकिन लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने ऐन वक्त पर जेडीयू विधायक बीमा भारती को पार्टी में शामिल कराकर टिकट दे दिया. पप्पू यादव लगातार यह कहते रहे कि दुनिया छोड़ देंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे. पप्पू निर्दलीय ही मैदान में उतर आए हैं और इस चुनाव को उनके सियासी भविष्य के लिहाज से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

वैभव गहलोत

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत जालौर सिरोही सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. जालौर सिरोही सीट पर 2004 के चुनाव से ही बीजेपी के उम्मीदवार जीतते आए हैं. 2019 में जोधपुर से कांग्रेस उम्मीदवार रहे वैभव का मुकाबला इस बार बीजेपी उम्मीदवार लुंबाराम चौधरी से है.

सुकांत मजूमदार

पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार उत्तर बंगाल की बालूरघाट लोकसभा सीट से कमल निशान पर चुनाव लड़ रहे हैं. सुकांत 2019 में भी इसी सीट से चुनाव जीते थे. सुकांत का मुकाबला इस बार टीएमसी के विप्लव मित्रा और आरएसपी के जॉयदेब सिद्धांत से है.

महेश शर्मा

मोदी सरकार में मंत्री रह चुके डॉक्टर महेश शर्मा गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. महेश के खिलाफ इंडिया ब्लॉक की ओर से सपा के महेंद्र नागर और बहुजन समाज पार्टी से नंदकिशोर पुंडीर मैदान में हैं.

अजीत शर्मा

बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता रह चुके अजीत शर्मा भागलपुर सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. अजीत शर्मा फिल्म अभिनेत्री नेहा शर्मा और आयशा शर्मा के पिता हैं. भागलपुर सीट पर अजीत शर्मा का मुकाबला सीटिंग सांसद जेडीयू के अजय कुमार मंडल से है. 2019 के चुनाव में अजय ने आरजेडी उम्मीदवार बुलू मंडल को हराया था.

डीके सुरेश

डीके सुरेश कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई हैं. सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट से सांसद हैं और इस बार भी इसी सीट से चुनाव मैदान में हैं. सुरेश का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सीएन मंजूनाथ से है. मंजूनाथ पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के रिश्तेदार हैं.

4 जून को आएंगे नतीजे

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल समेत 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है. लोकसभा के चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं. पहले चरण में 102 सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान हुआ था. सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होना है. चुनाव नतीजे 4 जून को मतगणना के बाद आएंगे.

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