CM योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वाराणसी में प्रशासनिक समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने राजस्व से जुड़े मामलों के निपटारे की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अब तारीखों पर तारीखों का सिलसिला नहीं चलेगा, और गरीबों को शीघ्र न्याय मिलना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि विभागीय अधिकारी प्रतिदिन एक घंटे जनशिकायतों का समाधान करने के लिए समर्पित करें। इसके साथ ही उन्होंने राजस्व वाद, वरासत, भूमि पैमाइश और बंटवारे जैसे मामलों को अभियान के तहत तेजी से निपटाने के आदेश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ये मामले अगले समीक्षा तक हल नहीं हुए, तो जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “राजस्व से जुड़े मामले अक्सर गांवों में अशांति का कारण बनते हैं। तारीखों पर तारीख अब नहीं चलेगी। गरीबों को न्याय मिलना चाहिए, ये हमारा प्रमुख उद्देश्य है और अनावश्यक मामलों को लंबित न रखा जाए और रोजाना मेरिट के आधार पर राजस्व वादों का निस्तारण किया जाए। किसी भी अनावश्यक नक्शे के मामलों को लंबित न रखें और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन व IGRS के मामलों पर अधिक गंभीरता से कार्य करें।”
CM के दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान, उन्होंने सर्किट हाउस सभागार में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया। मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता को लेकर सख्त निर्देश दिए और कहा कि इन परियोजनाओं को युद्धस्तर पर पूरा किया जाए।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों और इंजीनियरों से कहा कि निर्धारित गाइडलाइनों के अनुसार कार्य किया जाए और परियोजनाओं की प्रगति, समय सीमा और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
CM ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया और अपराधियों के मामलों को लंबित नहीं छोड़ा जाए। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि टॉप 10 अपराधियों के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई की जाए। वहीं, CM ने महाकुंभ से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि वाराणसी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। उन्होंने संबंधित विभागों से 15 दिसंबर तक सभी कार्य योजनाएं तैयार करने और 30 दिसंबर तक कार्यों को पूरा करने की समयसीमा तय की।
इसके साथ ही, उन्होंने नगर निगम को स्वच्छता और अन्य सुविधाओं पर ध्यान देने की बात कही। CM ने ऑटो, ई-रिक्शा सहित अन्य वाहनों के चालकों का वेरिफिकेशन भी कराने का निर्देश दिया।
CM ने काशी के प्रमुख चौराहों पर ‘शिव धुन’ और ‘विश्वनाथ स्त्रोतम’ की व्यवस्था करने की बात कही, ताकि श्रद्धालुओं को एक धार्मिक अनुभव मिल सके। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने धर्मस्थलों से अनावश्यक माइक व डीजे की आवाज को नियंत्रित करने का आदेश भी दिया, ताकि शांति बनी रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने वाराणसी दौरे के दौरान इस प्रकार से प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा की और विभिन्न विभागों को उनके कार्यों में तेजी और गुणवत्ता पर जोर देने की सख्त हिदायत दी। उनके निर्देशों से ये स्पष्ट है कि आगामी दिनों में वाराणसी में विकास कार्यों की गति तेज होगी और कानून-व्यवस्था में सुधार होगा।