हरियाणा में निकाय चुनाव का मुद्दा लगातार चर्चाओं में है। रोज़ाना चल रहे प्रचार प्रसार के बीच निकाय चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं। दोनों पार्टियों के घोषणा पत्र में 15 वादे समान हैं और कुछ घोषणाएं थोड़ी अलग भी । भाजपा ने पिंक टॉयलेट, इलेक्ट्रिक बसें और मुफ्त सुविधाओं पर जोर दिया, जबकि कांग्रेस ने CCTV, भ्रष्टाचार मुक्त निगम और नगर निगम आपके द्वार जैसे वादे किए। बता दें कि 10 नगर निगमों सहित 41 निकायों में 2 और 9 मार्च को मतदान होगा, नतीजे 12 मार्च को आएंगे।
बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कई सुविधाओं के बारे में बात की है जैसे जल निकासी, अत्याधुनिक सभागार, आधुनिक लाइब्रेरी के साथ ही महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट और सैनिटरी नैपकिन के लिए वेंडिंग मशीनें लगाने की बात की है। साथ ही बीजेपी ने ग्रामीण और शहरी जनता से 20 सालों से अधिक समय से काबिज सभी परिवारों को भूमि और मकान का मालिकाना हक देने का वादा किया है। इसके साथ ही सभी खानदान रखते हुए पार्को में विशेष सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है।
व्यवसाय स्थानीय निकायों में स्ट्रीट वेंडर्स, फेरी वालों को वित्तीय सहायता के साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का वादा किया है। इसके अलावा सौर ऊर्जा और सोलर पैनल लगाने के साथ ही इलेक्ट्रिक बसें चलने के साथ ही एक जगह सभी बैंकों की सेवा स्थापित करने की बात कही है। पार्किंग व्यवस्था और कचरे का निस्तारण के साथ ही सिवरेज और मुफ्त जल कनेक्शन देने का वादा भी किया गया है तो वहीं कांग्रेस ने निकाय चुनाव के लिए बीजेपी से पहले घोषणा पत्र जारी किया। जिसमें शहरी जनता के लिए 37 वादे किए गए. जिसमें ग्रीन सिटी, क्लीन सिटी बनाने का वादा, नगर निगमों को भ्रष्टाचार मुक्त करने का वादा, सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही शहरों को प्रदूषण मुक्त करने का वादा, इसके साथ ही गंदगी से मुक्ति, ठोस कचरा प्रबंधन, जलभराव का स्थाई समाधान करने का वादा जगह जगह वाटर कूलर लगाने, गलियों को पक्का करना, सार्वजनिक शौचालय, महिला शौचालय बनाने के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने का वादा कांग्रेस ने किया है। मल्टीलेवल पार्किंग, मोहल्लों मैं स्ट्रीट लाइट, बेसहारा पशुओं से लोगों को राहत,वसाबी कामों के लिए विंडो सिस्टम स्थापित करने का वादा किया है। प्रॉपर्टी आईडी का समाधान, जैसे टैक्स सरलीकरण की भी बात कही है।
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में तमाम वादे किए हैं। स्टार प्रचारकों को भी उतारा गया हैं। लगातार प्रचार जारी है लेकिन ये साफ-साफ नज़र आ रहा है कि कांग्रेस इस लिस्ट के जरिए ये जताने की कोशिश की है कि हम चुनाव में पूरी ताकत के साथ लड़ रहे थे। ऐसे में मुकाबला तो कांग्रेस और बीजेपी में ही है। ये मुकाबला दिलचस्प होगा, लेकिन जिस ताकत के साथ कांग्रेस पार्टी को होना चाहिए था, उसमें कमी दिखाई दे रही है क्योंकि इसका अंदाज़ा हम दिल्ली के विधानसभा चुनाव से नतीजों से भी लगा सकते हैं। बाकि सब चीज़ 12 मार्च को साफ हो जाएगी।