Uttar Pradesh : सपा ( SP ) का गढ़ कहे जाने वाले बदायूं में पार्टी के दिन अच्छे नहीं दिख रहे हैं। तभी तो सपा ( SP ) यहां लोकसभा चुनाव प्रत्याशी को लेकर सस्पेंस में नजर आ रही है।

मंगलवार को बदायूं लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा गन्नौर में शिवपाल यादव और धर्मेन्द्र यादव ने सपा कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया। इसके बाद शिवपाल यादव ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि देखिए बेटे आदित्य के नाम का प्रस्ताव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश को भेज दिया गया है। इसके बाद सपा का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि आदित्य चुनाव लड़ेंगे या नहीं। यानि कि उन्होंने सीधे संकेत दिए कि अब आदित्य बदायूं लोकसभा के चुनावी रण में कूद सकते है।

वहीं पिछले दिनों जिले के बिसौली नगर में हुए सपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में शिवपाल ने कहा था कि जनता जिसके नाम पर मुहर लगा दें वो ही नामांकन कर सकता है। मतलब बेटा आदित्य चुनाव नामांकन कर सकता है।

गौरतलब है कि अगर पार्टी शिवपाल के नाम में बदलाव करती है तो बदायूं में तीसरी बार सपा का उम्मीदवार बदलाव जाएगा। यहां से सबसे पहले सपा ने धर्मेन्द्र यादव को लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया। इसके बाद पार्टी की रणनीति का हवाला देते हुए अखिलेश ने उम्मीदवार बदल दिया।

हाल-फिलहाल चाचा शिवपाल यादव बेशक खुलकर कुछ न कहें, लेकिन वो अंतर्मन से शायद बेटे आदित्य की एंट्री चाहते हैं। इधर आदित्य के नाम का प्रस्ताव की बात सामने आई तो कयास लगाया जा रहा है कि शिवपाल यादव को हार का डर सताने लगा है।

यहां बता दें कि बदायूं के प्रबुद्ध जन सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ ने भी मंच से तंज कसते हुए कहा, सपा के एक प्रत्याशी (धर्मेन्द्र यादव) तो भाग गए अब चाचा (शिवपाल यादव) भागने की तैयारी में है। खैर राजनीति में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता,लेकिन इस बार अगर सपा 2024 लोकसभा प्रत्याशी बदलती है तो तीसरे प्रत्याशी के रूप में आदित्य यादव सपा का चेहरा होंगे।

अब चर्चा है कि चाचा को कहीं हार का डर तो नहीं सता रहा जो बेटे को बदायूं चुनावी कमान सौंपना चाहते है। हालांकि जब आदित्य के नाम का चाचा शिवपाल ने ऐलान किया तो धर्मेन्द्र यादव ने भी अपने मन की बात कह दी। कहा चाचा के साथ थोड़ी हिचक लगती है, लेकिन आदित्य के लिए वो खुलकर चुनावी मैदान में डट जाएंगे।

By admin