भाजपा को एक बड़ा झटका तब लगा जब पूर्व सांसद और हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने आज महेंद्रगढ़ के गांव बवानिया में कांग्रेस पार्टी में पुनः शामिल होने का निर्णय लिया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने उनका स्वागत किया और उन्हें कांग्रेस का पटका पहनाया।
अशोक तंवर, जो कि हिसार से लोकसभा सांसद रह चुके हैं, ने पहले भी कांग्रेस पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वह हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के लिए कई चुनावों में सक्रिय रूप से काम किया है। तंवर ने 5 अक्टूबर 2019 को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद वे आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए थे। उनके इस कदम ने हरियाणा की राजनीतिक सूरत को बदल दिया था।
तंवर की कांग्रेस में वापसी के समय, जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, यह कांग्रेस के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। राहुल गांधी ने इस अवसर पर कहा, “अशोक तंवर का अनुभव और नेतृत्व कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है। उनकी वापसी से पार्टी को मजबूती मिलेगी।” तंवर की उपस्थिति से कांग्रेस को अपनी जमीनी ताकत बढ़ाने और नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने का अवसर मिलेगा।
महेंद्रगढ़ के गांव बवानिया में आयोजित इस कार्यक्रम में कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। तंवर का स्वागत करते हुए राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया कि वे आगामी चुनावों के लिए एकजुट होकर काम करें। कार्यक्रम में मौजूद स्थानीय कार्यकर्ताओं ने तंवर के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और उनकी वापसी को लेकर उत्साह दिखाया।
तंवर की वापसी से कांग्रेस को एक नया मौका मिला है, जबकि भाजपा को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता पड़ सकती है। खासकर यह देखते हुए कि तंवर जैसे नेता ने पहले भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा है।
अशोक तंवर का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है। वह पहले भाजपा में एक प्रमुख नेता के रूप में कार्यरत थे, लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। सिरसा में कुमारी सैलजा के खिलाफ चुनाव लड़ने के अनुभव को देखते हुए, तंवर का कांग्रेस में शामिल होना उनके राजनीतिक भविष्य के लिए एक नई दिशा दिखा सकता है।