90 के दशक में उजागर हुआ अजमेर सेक्स स्कैंडल देश का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल माना गया था। हालाँकि, यह कथन केवल पिछले सप्ताह तक मौजूद था। लेकिन अब पूर्व प्रधानमंत्री के पोते से जुड़ा सेक्स स्कैंडल संभवतः देश का अब तक का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल है। हम आपको पूरी कहानी बताने जा रहे हैं कि कैसे 2976 सेक्स टेप स्कैंडल का सच सामने आया। तो आप एक सफेदपोश प्रतिवादी की क्रूरता का अंदाजा लगा सकते हैं.

कर्नाटक की राजनीति में इन दिनों जो कहानी जोर पकड़ रही है, उसमें ऑफिस में काम करने वाले पिता-पुत्र की जोड़ी, कई मासूम और असहाय लड़कियां और 2976 अश्लील वीडियो वाली एक यूएसबी ड्राइव महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मामला देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के परिवार से जुड़ा है। इस अपराध के निशाने पर हैं खुद देवेगौड़ा के अपने बेटे एच.डी. रेवन्ना और उनके पोते प्रज्वल रेवन्ना। प्रज्वल पर सनसनीखेज आरोप यह लगाया जा रहा है कि उसने अपने ही घर में अनगिनत लड़कियों का न सिर्फ यौन शोषण किया, बल्कि उनके अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें धमकी भी दी। प्रज्वल के आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे हैं.

सामने आए 3 हजार अश्लील वीडियोज

चूंकि मामला हाई प्रोफाइल है. यौन शोषण का शिकार हुई लड़कियों की तादाद अब तक साफ नहीं है, जबकि करीब 3 हजार अश्लील वीडियोज सामने आ चुके हैं. तो ऐसे में मामले के सामने आते ही राज्य सरकार ने एक एसआईटी बना कर इसकी तफ्तीश शुरू कर दी है, लेकिन जैसा कि अक्सर ऐसे बड़े मामलों में होता है. स्कैंडल के लाइमलाइट में आते ही केस का किंगपिन यानी इल्ज़ामों के घेरे में मौजूद प्रज्जवल रेवन्ना देश छोड़ कर फरार हो चुका है. ख़बर है कि वो जर्मनी में है.

ऐसे हुआ खुलासा

अब सवाल ये है कि इस चुनावी मौसम में आखिर इस ‘महा सेक्स-स्कैंडल’ का खुलासा कैसे हुआ? कैसे पहली बार देवेगौड़ा या फिर यूं कहें कि रेवन्ना परिवार में चल रहे इस काले-कारोबार का सच सामने आया? आखिर पिता पुत्र की इस जोड़ी ने कैसे और किन लड़कियों को अपने निशाने पर लिया? उनका यौन शोषण किया और उनके वीडियोज़ बनाए? और ऐसा करने के पीछे दोनों का मकसद क्या था? तो इस पूरी कहानी को समझने के लिए आपको अब से कोई दस रोज़ पीछे चलना होगा.

देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ-साथ 26 मई को कर्नाटक के 14 लोकसभा सीटों के लिए भी वोट डाले जाने थे. चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर था. नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा था. लेकिन इसी बीच हासन से एनडीए के पार्टनर जनता दल सेक्यूलर के प्रत्याशी और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्जवल रेवन्ना के कुछ आपत्तिजनक वीडियो व्हाट्सएप पर तैरने लगे. और फिर देखते ही देखते पूरे कर्नाटक में वायरल हो गए. इस बीच चुनाव भी हुए और इतना सबकुछ होने के बावजूद उम्मीदवार रेवन्ना वोट भी मांगता रहा. लेकिन शायद उसे अपने आने वाले वक़्त का एहसास हो गया था. इधर, चुनाव ख़त्म हआ और उधर रेवन्ना देश से बाहर जर्मनी के लिए उड़ान भर चुका था.

फिलहाल इस केस में प्रज्ज्वल और उसके पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ उनके घर में काम कर चुकी एक पीड़ित महिला ने एक एफआईआर दर्ज करवाई है, जिसमें पिता-पुत्र की करतूतों से जुड़े कई विस्फोटक और चौंकाने वाले खुलासे हैं. इस एफआईआर के जरिए आपको रेवन्ना परिवार में चलते सेक्स स्कैंडल का एक-एक सच बताएंगे, लेकिन पहले ये समझ लीजिए कि आखिर बंद कमरे में चलता ये सारा खेल सामने कैसे आया?

कार्तिक गौड़ा नाम का एक शख्स रेवन्ना परिवार का पुराना ड्राइवर हुआ करता था. उसने करीब 15 सालों तक रेवन्ना परिवार की गाड़ियां चलाईं. लेकिन धीरे-धीरे प्रज्जवल और उसके पिता एचडी रेवन्ना से उसके रिश्ते खराब होने लगे. और उसने नौकरी छोड़ दी. कार्तिक की मानें तो रेवन्ना परिवार ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया और विरोध करने पर प्रज्जवल ने उसके और उसकी पत्नी के साथ मारपीट भी की. वो अपने साथ हुई इस ज़्यादती के खिलाफ इंसाफ चाहता था. चूंकि उसे रेवन्ना परिवार के काले करतूतों की खबर थी, उसने अलग-अलग लड़कियों के साथ रेवन्ना के अश्लील वीडियोज से भरा एक पेन ड्राइव हासिल कर लिया और इस पेन ड्राइव के साथ उसने बीजेपी नेता देवराज गौड़ा से मुलाकात की.

उधर, प्रज्जवल ने इसे लेकर 1 जून 2023 को इसे लेकर अदालत में दस्तक दी थी और कहा था कि कुछ बनावटी वीडियोज के सहारे उसकी छवि को धुमिल करने की कोशिश की जा रही है. जिसके बाद कोर्ट से ऐसे किसी वीडियोज या तस्वीर को शेयर करने पर रोक लगा दी गई और यहां तक कि मीडिया को भी ऐसा ना करने पर पाबंद कर दिया. चूंकि कोर्ट के इस आदेश का कार्तिक को भी जवाब देना था तो कार्तिक ने दोबारा देवराज गौड़ा से मुलाकात की और तब देवराज ने कार्तिक को भरोसे में लेकर उससे वो पेन ड्राइव ले लिया, जिसमें प्रज्जवल के अनगिनत लड़कियों और महिलाओं के साथ अश्लील वीडियोज कैद थे. कार्तिक की मानें तो देवराज ने इन वीडियोज का क्या किया उसे नहीं पता, लेकिन उसका केस आगे नहीं बढ़ा. तो महीने भर बाद उसने देवराज से इस बारे में पूछा और तब देवराज ने उसे इंतजार करने की बात कही. इसके बाद कार्तिक ने उससे वीडियोज़ की कॉपी वापस मांगी और तब देवराज ने कहा कि वो इन्हें कोर्ट में पेश करेगा

बीजेपी विधायक ने किया खेल
देवराज एक वकील होने के साथ-साथ बीजेपी के विधायक भी हैं. कार्तिक का कहना है कि इसके बाद चुनाव से पहले देवराज ने अपनी पार्टी यानी बीजेपी के आला कमान को प्रज्जवल रेवन्ना को टिकट ना देने की मांग करते हुए एक चिट्ठी भी लिखी. देवराज ने कार्तिक को भी इस चिट्ठी की एक कॉपी सौंपी और बताया कि अदालत ने ना सही, इस तरह से ही सही, उसे इंसाफ मिलेगा. कार्तिक का कहना है कि इसके बाद देवराज ने इस मामले पर मीडिया से बात की और उसे इग्नोर करना शुरू कर दिया.

बीजेपी नेता पर धोखा देने का आरोप
उधर, इस मामले पर रेवन्ना का ड्राइवर रह चुका कार्तिक चाहे जो भी कहे बीजेपी के विधायक देवराज गौड़ा ने कहा कि कार्तिक ने उस पेन ड्राइव की कुछ कॉपी कांग्रेस के नेताओं को भी दे दी. हालांकि कार्तिक का कहना है कि देवराज का ये दावा सरासर गलत है. उसने अश्लील वीडियोज से भरी वो पेन ड्राइव सिवाय देवराज गौड़ा के और किस को नहीं दी. कार्तिक का कहना है कि चूंकि कांग्रेस नेताओं के रेवन्ना परिवार से अच्छे ताल्लुकात थे, तो उसे शक था कि पता नहीं इस पेन ड्राइव को कांग्रेस नेताओं के हवाले करने पर कहीं उल्टा उसी पर कोई मुकदमा ना हो जाए. लेकिन देवराज गौड़ा ने उसे धोखा दिया.

रेवन्ना की मां भवानी की रिश्तेदार है एक पीड़िता
बहरहाल, अब एसआईटी एचडी रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्जवल रेवन्ना के करतूतों की जांच करने के साथ-साथ इस बात की भी जांच करेगी कि आखिर रेवन्ना के वो अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कैसे हुए, लेकिन इस बीच जो एफआईआर रेवन्ना पिता-पुत्र पर दर्ज हुई है, उसमें कई दहलाने वाली बातें लिखी हैं. ये एफआईआर रेवन्ना परिवार में रसोइये के तौर पर काम कर चुकी एक महिला ने दर्ज करवाई है, जो एचडी रेवन्ना की पत्नी यानी प्रज्जवल रेवन्ना की मां भवानी की रिश्तेदार है. उसने अपनी शिकायत में बताया है कि जब उसने रेवन्ना परिवार में रसोइये के तौर पर काम करने की शुरुआत की, उसके चार महीने बाद रेवन्ना ने उसका शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया था. वहीं, प्रज्जवल उसकी बेटी को कॉल करके उसके साथ आपत्तिजनक बातें किया करता था.

रेवन्ना के घर आने पर सहम जाती थीं सभी महिलाकर्मी 
पीड़ित महिला ने बताया है कि साल 2019 में जब रेवन्ना परिवार के बेटे सूरज की शादी थी, तब उसे काम के लिए बुलाया गया था. लेकिन इसके बाद से जब-जब मौका मिलता रेवन्ना उसे अपने कमरे में अकेले बुलाया करते थे. उस परिवार में छह महिलाएं और काम करती थीं, और सभी की सभी डरी होती थीं. खास कर प्रज्जवल रेवन्ना के घर आने पर सभी महिलाएं सहम जाती थीं. यहां तक कि घर में काम करने वाले कुछ पुरुष कर्मचारियों ने भी उन्हें सावधान रहने को कहा था. महिला ने आरोप लगाया है कि जब रेवन्ना की पत्नी जब घर पर नहीं होती थी, तो रेवन्ना उसे स्टोर रूम में बुला कर फल देने के बहाने उसके साथ अश्लील हरकत करता था. उसका यौन शोषण करता था. कई बार उसके किचन में काम करने के दौरान रेवन्ना ने उसके साथ ज्यादती की. जबकि प्रज्जवल उसकी बेटी को वीडियो कॉल कर उससे आपत्तिजनक बातें करता था, जिसके बाद उसकी बेटी ने प्रज्जवल का नंबर ब्लॉक कर दिया था.

पिता-पुत्र के खिलाफ होलेनरसीपुर पुलिस थाने में FIR
फिलहाल महिला के बयान पर होलेनरसीपुर पुलिस स्टेशन पर पिता पुत्र यानी एचडी रेवन्ना और प्रज्जवल रेवन्ना दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इस मामले में आईपीसी की धारा 354 (ए) यानी यौन शोषण, 354 (डी) पीछा करना, 506 जान से मारने की धमकी देना और 509 यानी बातें या इशारों से महिला की गरिमा का अपमान करना जैसी धाराएं शामिल हैं.

नेता, पुलिसकर्मी और सरकारी कर्मचारी महिलाएं बनी शिकार
पुलिस सूत्रों की मानें तो रेवन्ना की शिकार लड़कियों और महिलाओं में ज्यादातर वैसी लड़कियां शामिल हैं, जो किसी राजनीतिक महत्वाकांक्षा या फिर अपने किसी काम को लेकर उनसे मिलने आया करती थीं. अब तक की जानकारी के मुताबिक इन लड़िकयों में कुछेक जिला पंचायत की मेंबर, पुलिसकर्मी और दूसरे कई सरकारी महकमों की कर्मचारी शामिल हैं. रेवन्ना ऐसी लड़कियों का ना सिर्फ यौन शोषण करता, बल्कि अपने ही मोबाइल फोन से उनका वीडियोज भी शूट कर लिया करता था. इनमें कई वीडियोज तो ऐसे हैं, जिसमें कुछ लड़कियां रेवन्ना के साथ रजामंदी में नजर आ रही हैं, जबकि कई ऐसी हैं जो विरोध कर रही हैं, लेकिन इसके बावजूद रेवन्ना उनके साथ ज्यादती कर रहा है.

बीजेपी के चुनाव एजेंट ने भी दर्ज करवाई FIR 
इस मामले में एक और एफआईआर जेडीएस और बीजेपी के चुनाव एजेंट पूर्ण चंद्र तेजस्वी एमजी ने दर्ज करवाई है. जिसमें उन्होंने नवीन गौड़ा नाम के एक शख्स पर ऐसे प्रज्जवल रेवन्ना को बदनाम करने के लिए अश्लील वीडियो शेयर करने का इल्जाम लगाया है. एफआईआर में गया है कि चुनाव में प्रज्जवल को नुकसान पहुंचाने के लिए पेन ड्राइव, सीडी और व्हाट्स एप के जरिए अश्लील वीडियोज भेजे गए हैं.

जांच के लिए टेक्निकल टीम भी गठित 
इस मामले की जांच के लिए 18 पुलिसवालों को एसआईटी में शामिल किया गया है, जिनमें तीन असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस यानी एसीपी और दो इंस्पेक्टर शामिल हैं. इस मामले में एसआईटी ने तीन खास इकाइयां बनाई हैं. मैसूर की SP सीमा लटकर की अगुवाई में गठित पहली टीम यौन उत्पीड़न के एंगल से मामले की जांच करेगी. SP सुमन डी पन्नाकर की अगुवाई में दूसरी टीम मामले में सामने आए वीडियो और पेन ड्राइव का एनालिसिस करेगी. वहीं, मामले में सबूतों के तकनीकी पहलू की जांच के लिए एक टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया है.

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