Pandit Shriram Sharma at MDU Rohtak
रोहतक: प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को रोहतक में पंडित श्रीराम शर्मा पार्क स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में महान स्वतंत्रता सेनानी एवं संविधान निर्माण सभा के सदस्य पंडित श्रीराम शर्मा के नाम पर एक शोध पीठ की स्थापना की जाएगी। साथ ही, मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्र के लिए उनके महान योगदान को सम्मानित करने के लिए प्रदेश में एक विश्वविद्यालय / संस्थान का नाम पंडित श्रीराम शर्मा के नाम पर रखा जाएगा।
उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानी को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की और भारत के स्वतंत्रता संग्राम, संविधान निर्माण और स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि, राज्य सरकार हर वर्ष 1 अक्टूबर को उनकी जयंती भी मनाएगी। इस अवसर पर प्रदेश भर के स्कूलों और कॉलेजों में निबंध लेखन, कविता लेखन और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिससे छात्रों को उनके जीवन और विचारों को जानने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा स्थल पर 30 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराने और उस स्थान के सौंदर्यीकरण करवाने की भी घोषणा की।
पंडित श्रीराम शर्मा विचार मंच द्वारा रखी गई दो अन्य मांगों बहादुरगढ़ में स्थित पंडित श्रीराम शर्मा मेट्रो स्टेशन पर उनकी शौर्यगाथा लिखने तथा स्कूली पाठ्यक्रम में पंडित श्रीराम शर्मा की जीवनी को शामिल करने के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मांगें संबंधित विभागों को भिजवा कर पूरी करवायी जायंगी। उन्होंने पंडित श्रीराम शर्मा विचार मंच समिति के लिए 21 लाख रुपये के अनुदान की भी घोषणा की, ताकि उनके आदर्शों और मूल्यों के निरंतर प्रचार-प्रसार को बढ़ावा मिल सके।
पंडित श्रीराम शर्मा को एक सच्चा देशभक्त, सम्मानित राजनेता, समाज सुधारक और गांधीवादी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान सभा के सदस्य के रूप में उन्होंने देश के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री ने संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महापुरुषों को याद करने और उन्हें सम्मानित करने का आह्वान किया था । डॉ. भीमराव अंबेडकर ने देश को संविधान दिया और इस महान कार्य में पंडित श्रीराम शर्मा का भी उल्लेखनीय योगदान रहा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा से गहराई से प्रभावित पंडित श्रीराम शर्मा ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सभी पांच सत्याग्रह आंदोलनों में बढ़ चढ़ कर भाग लिया और स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के कारण वे कई बार जेल भी गए। जनवरी 1922 में असहयोग आंदोलन के दौरान पंडित श्रीराम शर्मा ने झज्जर में ब्रिटिश ध्वज को उखाड़कर तिरंगा फहराया, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और ब्रिटिश पुलिस ने उन्हें क्रूर यातनाएं दीं। इससे विचलित हुए बिना, वे अपने उद्देश्य में दृढ़ रहे। 1923 में, उन्होंने लोगों में स्वतंत्रता संग्राम की भावना को प्रेरित और प्रज्वलित करने के लिए एक साप्ताहिक उर्दू समाचार पत्र, हरियाणा तिलक का प्रकाशन भी शुरु किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित श्रीराम शर्मा ने 1966 के बाद संयुक्त पंजाब के साथ-साथ हरियाणा में भी कई प्रतिष्ठित पदों पर कार्य किया। 1965 में पंडित शर्मा को संयुक्त पंजाब सरकार द्वारा हरियाणा विकास समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल के दौरान समिति ने 1966 में एक रिपोर्ट तैयार की, जिसमें न केवल विकास के मामले में बल्कि राजनीतिक भागीदारी और रोजगार के अवसरों के मामले में भी हरियाणा के साथ होने वाले भेदभाव को उजागर किया गया।
इस रिपोर्ट ने अलग हरियाणा राज्य के निर्माण की मांग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बहादुरगढ़ मेट्रो स्टेशन का नाम पंडित श्रीराम शर्मा के नाम पर रखकर उन्हें सम्मानित किया है। इसके अलावा, स्वतंत्रता सेनानियों और उनके आश्रितों को दी जाने वाली मासिक सम्मान पेंशन को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 40,000 रुपये किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, यह पेंशन फिलहाल पूरे राज्य में 289 लाभार्थियों को दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि, वे पंडित श्रीराम शर्मा के बताए रास्ते पर चलते हुए हमारी संस्कृति की गरिमा को बनाए रखने और राष्ट्र की एकता और अखंडता को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य करें। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार चुनने के लिए लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2029 में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य का ‘नॉन स्टॉप’ विकास बिना किसी भेदभाव के जारी रहेगा।
उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि वर्तमान सरकार के तहत उन्हें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। अभी हाल ही में होनहार युवाओं को बिना किसी पर्ची-खर्ची के, योग्यता के आधार पर 25,000 नौकरियां प्रदान की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा विकास के मामले में नई ऊंचाइयों को छुएगा और 2047 तक प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।