कर्नाटक में एक कांग्रेस पदाधिकारी ने केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। यह मामला बंगलूरू के हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है और यह राहुल गांधी के सिखों को लेकर दिए गए बयान पर आधारित है।
मामला क्या है?
राहुल गांधी ने हाल ही में अमेरिका दौरे के दौरान कहा था कि “भारत में एक सिख को अपनी पगड़ी या कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी या नहीं।” उनके इस बयान को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी समर्थन दिया था, जिससे विवाद और बढ़ गया।
रवनीत बिट्टू का बयान
रवनीत बिट्टू ने राहुल गांधी के इस बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने सिखों को बांटने का प्रयास किया है और वे देश के नंबर एक आतंकी हैं।” बिट्टू ने यह भी कहा कि अगर किसी को पकड़ने का इनाम होना चाहिए तो वो राहुल गांधी हैं।
FIR की धाराएं
कांग्रेस पदाधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता की धारा 353 (गलत सूचना के आधार पर बयान देना), 192 (दंगे कराने के मकसद से भड़काऊ बयान देना) और 196 (दो समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
माफी मांगने से इनकार
जब मीडिया ने बिट्टू से पूछा कि क्या वह अपने बयान पर खेद प्रकट करते हैं, तो उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “मुझे खेद क्यों होगा? मैंने पंजाब में पूरी एक पीढ़ी को खो दिया है। गांधी परिवार ने पंजाब को जलाया है।”
रवनीत बिट्टू ने स्पष्ट किया कि उनका दर्द बतौर सिख है और वह एक मंत्री से पहले एक सिख हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्हें लगता है कि सिखों को कहीं जाने की इजाजत नहीं है।