कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह दिल्ली के गिरि नगर स्थित एक सब्जी बाजार का दौरा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में उन्होंने गृहणियों से बातचीत की जो बढ़ती खाद्य कीमतों के कारण परेशान थीं। गांधी ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला करते हुए कहा कि महंगाई ने आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित किया है और सरकार इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रही है।
लोकसभा में मोदी सरकार पर हमला
Rahul Gandhi ने लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में मोदी सरकार पर लगातार हमले जारी रखे हैं। मंगलवार को उन्होंने महंगाई की बढ़ती दर को लेकर एक बार फिर सरकार को घेरा। गांधी ने कहा कि ‘जनता बढ़ती कीमतों से जूझ रही है और रोजमर्रा की चीजों में कटौती करने को मजबूर हो रही है।’ उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश भर में खाद्य पदार्थों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है।
किराना स्टोर का संकट
Rahul Gandhi ने अपने वीडियो में दिल्ली के एक किराना स्टोर का दौरा किया और वहां के व्यापारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि किराना स्टोर्स केवल सामान बेचने के माध्यम नहीं होते, बल्कि ये ग्राहकों से भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से जुड़े होते हैं। हालांकि, वे चिंतित थे कि क्विक कॉमर्स के बढ़ते कारोबार के कारण हजारों छोटे किराना स्टोर्स बंद हो रहे हैं। गांधी ने कहा कि यह चिंताजनक है और हमें एक संतुलन बनाने की जरूरत है, जिसमें टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को बढ़ावा दिया जाए, लेकिन साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि छोटे कारोबारियों का नुकसान न हो।
महंगाई और बढ़ती कीमतें
Rahul Gandhi ने आगे कहा कि ‘लोग बढ़ती कीमतों से जूझ रहे हैं और रोजमर्रा की चीजों से समझौता करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।’ उन्होंने विशेष रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों पर चिंता जताई। गांधी ने कहा कि लहसुन, मटर, मशरूम और अन्य सब्जियों की कीमतों में भारी वृद्धि हो गई है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया कि लहसुन अब 400 रुपये प्रति किलो और मटर 120 रुपये प्रति किलो बिक रही है, जिससे लोगों के बजट पर भारी दबाव पड़ रहा है।
रिक्शा किराए की समस्या
महंगाई का असर केवल खाने-पीने की चीजों तक ही सीमित नहीं है। गांधी ने इस मुद्दे को और गहराई से समझाने के लिए गृहणियों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि कैसे आय स्थिर रही, लेकिन महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। गृहणियों ने बताया कि बचत करना असंभव हो गया है और अब 10 रुपये के रिक्शा किराए की व्यवस्था करना भी मुश्किल हो गया है। यह स्थिति दर्शाती है कि आम आदमी का जीवन कितना प्रभावित हो रहा है, और इसके बावजूद सरकार का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर नहीं है।
कुंभकरण की नींद सो रही सरकार
Rahul Gandhi ने इस बढ़ती महंगाई के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ‘लहसुन कभी 40 रुपये किलो था, अब 400 रुपये का हो गया है।’ महंगाई ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है, लेकिन सरकार इस पर ध्यान देने के बजाय ‘कुंभकरण की नींद’ सो रही है। गांधी ने यह भी कहा कि सरकार का यह रवैया देश के गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के साथ अन्याय है, क्योंकि वे अपनी रोजी-रोटी जुटाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि सरकार की नीतियों ने उनकी जिंदगी को और कठिन बना दिया है।
गृहणियों से बात करते हुए
Rahul Gandhi का यह वीडियो पांच मिनट का था, जिसमें उन्होंने गृहणियों के साथ सब्जी खरीदते हुए और विक्रेताओं के साथ सौदेबाजी करते हुए चर्चा की। गृहणियों ने बताया कि उन्हें अपनी खाने की आदतों में कटौती करनी पड़ रही है क्योंकि वे अब महंगी सब्जियां खरीदने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मजदूरी स्थिर रही है, लेकिन खाद्य पदार्थों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।
कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला
कांग्रेस ने खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। पार्टी ने कहा कि सरकार ने बुलेट ट्रेन की घोषणा तो की थी, लेकिन बुलेट ट्रेन की गति से भी तेज महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। कांग्रेस महासचिव और प्रवक्ता जयराम रमेश ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि लोग अब जुमले नहीं, बल्कि ठोस जवाब चाहते हैं। उन्होंने एक रिपोर्ट शेयर करते हुए बताया कि किस तरह आटा, तेल, मसाले और ड्राई फ्रूट्स के दाम पिछले एक साल में डेढ़ से दो गुना बढ़ चुके हैं।
गांधी की आर्थिक विचारधारा
Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि जब हमारी अर्थव्यवस्था में बदलाव हो रहा हो और हम ग्लोबल ट्रेंड्स के मुताबिक आगे बढ़ रहे हों, तब यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि छोटे कारोबारी इस बदलाव से प्रभावित न हों। उन्होंने इस संदर्भ में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की भूमिका की बात की और कहा कि हमें छोटे कारोबारियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक मजबूत सुरक्षा जाल तैयार करने की जरूरत है।
जनता का गुस्सा और सरकार की चुप्पी
Rahul Gandhi ने कहा कि यह स्थिति दर्शाती है कि देश की सरकार अपनी जिम्मेदारियों से मुंह चुरा रही है। गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने इस मुद्दे को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। जनता महंगाई से त्रस्त है, लेकिन सरकार इसके समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
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