कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में हरियाणा में चुनावी प्रचार के दौरान केंद्र सरकार और बीजेपी पर जोरदार हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। एक ओर RSS और बीजेपी हैं, जो जातिगत जनगणना नहीं करवाना चाहतीं और संविधान तथा आरक्षण को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस है, जो जातिगत जनगणना करवाने और संविधान की रक्षा करने की दिशा में कार्यरत है।
सोनीपत के गोहाना में आयोजित अपनी सभा में राहुल गांधी ने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के चेहरों पर हमेशा मुस्कान रहती है, जबकि बीजेपी कार्यकर्ताओं के चेहरे पर तनाव स्पष्ट होता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तारीफ करते हुए उन्हें अलग नेता करार दिया, कहा कि गडकरी हमेशा मुस्कुराते रहते हैं, जबकि उनके बाकी नेता गुस्से में रहते हैं।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में संविधान का जिक्र करते हुए कहा, “यह संविधान डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी ने दिया है। कांग्रेस पार्टी इसके लिए जंग लड़ती रही है। पार्टी के हजारों कार्यकर्ता इसके लिए शहीद हुए हैं।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह लड़ाई संविधान को कमजोर करने की कोशिशों के खिलाफ है। उनका आरोप था कि बीजेपी संविधान को कमजोर करने वाले कदम उठा रही है, जैसे अडानी और अग्निवीर योजना के मामले में।
अग्निवीर योजना को लेकर राहुल गांधी ने कहा, “यह योजना केवल अरबपतियों के हित में है। इसका असली मकसद देश के जवानों की पेंशन में जो पैसा जाता था, उसे छीनकर अडानी की जेब में डालना है।” उन्होंने इस योजना का नाम ‘अडानी योजना’ रखने का सुझाव दिया और कहा कि यह देश के डिफेंस बजट को प्रभावित करने का प्रयास है।
राहुल ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि वे केवल अमीरों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “क्या आपने अंबानी के बेटे की शादी देखी? यह 15 दिनों तक चली। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे, लेकिन क्या आप वहां मुझे देख पाए?” इस सवाल के माध्यम से राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि देश के असली मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और यह भी कि कौन किस दिशा में खड़ा है।
इस पूरे भाषण में राहुल गांधी ने कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि उनकी पार्टी हमेशा संविधान की रक्षा करेगी और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखेगी। यह स्पष्ट है कि कांग्रेस ने चुनावी प्रचार के दौरान बीजेपी के खिलाफ एक सख्त रुख अपनाया है, और यह देखा जाना बाकी है कि आने वाले चुनावों में यह रणनीति कितनी प्रभावी साबित होती है।
राहुल गांधी का यह भाषण न केवल चुनावी माहौल को गर्म करता है, बल्कि यह दर्शाता है कि कांग्रेस एक बार फिर से अपने मूल मुद्दों पर फोकस कर रही है, ताकि चुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत किया जा सके। इस प्रकार, यह स्पष्ट होता है कि भारतीय राजनीति में विचारधाराओं के बीच की यह लड़ाई और भी तीव्र होती जा रही है।