पंजाब सरकार ने आज यानि बुधवार 26 मार्च को पंजाब का बजट पेश किया। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने 2 लाख 36 हजार करोड़ का बजट पेश किया। वहीं, बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र और नशे की रोकथाम पर ध्यान केंद्रित किया गया है। हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब में नशे की समस्या को रोकने के लिए पंजाब सरकार के मादक पदार्थ रोधी अभियान के बारे में भी बात की।
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए कुल 2,36,080 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव रखा। चीमा ने कहा कि, राज्य सरकार सीमा पर बीएसएफ के साथ 5,000 होमगार्ड तैनात करके दूसरी रक्षा पंक्ति स्थापित करेगी। वहीं, उन्होने कहा कि, पंजाब सरकार नशे की व्यापकता, नशा मुक्ति केंद्रों के उपयोग आदि को समझने के लिए पंजाब में पहली बार मादक पदार्थ से जुड़ी गणना करने जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन वर्षों में पंजाब की उल्लेखनीय प्रगति के पीछे मुख्यमंत्री भगवंत मान का दूरदर्शी नेतृत्व प्रेरक शक्ति का बड़ा योगदान रहा है।
‘देश में प्रति व्यक्ति आय में 15वें स्थान पर पहुंचा पंजाब’
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि, ‘देश में पंजाब प्रति व्यक्ति आय में अब 15वें स्थान पर पहुंच चुका है। पंजाब के विकास के लिए आज 2,36,080 करोड़ रुपये का बजट पेश हो रहा है। पंजाब की सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में 9% की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे यह 8.09 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। सरकार ने अगले वित्त वर्ष 2025-26 में GSDP में 10% वृद्धि का अनुमान लगाया है।’
‘युद्ध नशे दे विरुद्ध’ अभियान’ चला रही पंजाब सरकार
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि, कांग्रेस, बीजेपी- अकाली की सरकार ने पंजाब को नशे में धकेला और नशे के व्यापार को फलने-फूलने दिया। हमारी सरकार ने नशे के खिलाफ ‘युद्ध नशे दे विरुद्ध’ मुहिम छेड़ी है। पंजाब के लोग नशे के खिलाफ इस मुहिम में मान सरकार का साथ दे रहे हैं। पहले, अकाली दल और कांग्रेस ने पंजाब की जवानी को नशे की दलदल में डुबोया, अब मान सरकार नशा तस्करों का खात्मा करके ‘वसदा पंजाब’ बना रही है।
‘पंजाब की तरक्की के लिए सबसे बड़ा खतरा है नशा’
उन्होंने कहा कि, पंजाब में पहली बार ड्रग जनगणना की जाएगी, जिससे नशे के प्रसार की सही जानकारी मिल सकेगी। इस पहल के लिए 150 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। सीएम भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने ड्रग तस्करी रोकने के लिए 110 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसके तहत 5,000 होम गार्ड BSF जवानों को तैनात किया जाएगा और एडवांस एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाए जाएंगे।
राज्य में सीमा पार ड्रग तस्करी, सुरक्षा और खेलों के विकास के लिए बड़े बजट आवंटन की घोषणा की है। ‘नशा पंजाब की तरक्की के लिए सबसे बड़ा खतरा है। 1 मार्च 2025 से ‘युद्ध नशे दे विरुद्ध’ अभियान शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य नशे को जड़ से मिटाना है। कुछ ही दिनों में 2136 एफआईआर दर्ज की गईं और 3,816 ड्रग तस्कर गिरफ्तार हुए।’