वक्फ कानून रद्द करने की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा फिर से भड़क गई। भीड़ ने बमबारी की और सरकारी वाहनों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों पर भी हमला किया, जिसके चलते दो ट्रेनें रद्द कर दी गईं और पांच के रास्ते बदल दिए गए। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी दागे। प्रदर्शनकारियों से झड़प में कई पुलिस कर्मी भी घायल हुए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी आपत्ति पहले ही व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह विधेयक मुसलमानों को निशाना बनाने की साजिश है और इसे सांप्रदायिक विभाजन फैलाने के लिए लाया गया है। ममता ने केंद्र सरकार पर राज्य सरकारों को दरकिनार करके बिना परामर्श के यह विधेयक तैयार करने का आरोप भी लगाया।
राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने भी इस हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारत की संसद द्वारा पारित कानूनों का सभी को पालन करना चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार को हिंसा पर काबू पाने के लिए तत्काल कड़े कदम उठाने और पूरी घटना की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
विपक्षी दलों ने भी इस घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के भड़काऊ भाषणों के कारण यह हिंसा हुई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पुलिस राम भक्तों पर आंसू गैस के गोले दागने में शरारती तत्वों के साथ शामिल हो गई।
इस बीच, मुर्शिदाबाद जिले में स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है। पुलिस ने हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और अफवाह फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाने की चेतावनी दी है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है और प्रभावित इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।