पीएम नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा यह माना है कि भारत की समृद्धि और विकास उसके गांवों की समृद्धि और विकास से जुड़ा हुआ है। 4 जनवरी 2025 को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ग्रामीण भारत महोत्सव 2025’ का उद्घाटन किया, जो एक ऐतिहासिक आयोजन बन गया। यह महोत्सव विशेष रूप से ग्रामीण भारत के विकास की दिशा में केंद्रित है, और इसमें उन प्रयासों का उत्सव मनाया जाएगा जो भारत के गांवों को आत्मनिर्भर, सशक्त और विकसित बनाने की दिशा में किए गए हैं। महोत्सव का उद्देश्य देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव की प्रक्रिया को और तेज करना है, और इसके माध्यम से ग्रामीण बुनियादी ढांचे को सुधारने, महिलाओं की सशक्तिकरण को बढ़ावा देने, और ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखा गया है।

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, “हमारे गांव जितने समृद्ध होंगे, विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में उनकी भूमिका उतनी ही बड़ी होगी।” इस पोस्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि जब तक भारत के गांव समृद्ध नहीं होंगे, तब तक भारत का समग्र विकास भी संभव नहीं हो पाएगा। गांवों की समृद्धि से ही एक समृद्ध राष्ट्र का निर्माण होगा। इस उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित इस महोत्सव के उद्घाटन में भाग लिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ग्रामीण भारत के उज्जवल भविष्य के लिए अपने विचार साझा किए और इस दिशा में सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला।

ग्रामीण भारत महोत्सव 2025: उद्देश्य और लक्ष्य

ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण भारत में विकास के उन क्षेत्रों को उजागर करना है, जहां सरकार और अन्य संस्थाएं मिलकर बदलाव ला रही हैं। इस महोत्सव का आयोजन 4 से 9 जनवरी तक किया जाएगा और इसका थीम “विकसित भारत 2047 के लिए एक लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण” रखा गया है। यह थीम आगामी 2047 तक भारत के स्वतंत्रता की शताब्दी के अवसर पर एक मजबूत और विकसित ग्रामीण भारत बनाने की दिशा में भारत सरकार के संकल्प को प्रदर्शित करती है।

महोत्सव में विभिन्न चर्चाओं और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिनमें यह मुद्दे उठाए जाएंगे कि किस प्रकार से ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा सकता है, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था कैसे तैयार की जा सकती है, और ग्रामीण समाज में नवाचार को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है। इस महोत्सव में एक विशेष ध्यान महिलाओं को सशक्त बनाने और टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने पर भी दिया जाएगा। साथ ही, इसमें यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाए ताकि गांवों में रोजगार और समृद्धि का नया दौर शुरू हो सके।

सरकार की योजनाओं का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा ग्रामीण विकास पर जोर दिया है और इसके लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करना, गांवों में महिलाओं को सशक्त बनाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है।

साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा है कि ग्रामीण भारत की विकास यात्रा में सरकार के साथ-साथ समाज के विभिन्न हिस्सों को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने यह उल्लेख किया कि इस महोत्सव में चर्चा किए गए मुद्दों को सरकार गंभीरता से लेगी और उन पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।

ग्रामीण उद्यमिता और सांस्कृतिक विरासत

ग्रामीण भारत महोत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना है। भारत के गांवों में प्राचीन काल से कृषि, हस्तशिल्प, बुनाई और कुटीर उद्योगों की लंबी परंपरा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने से न केवल गांवों की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि यह देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूती देगा। इसके अलावा, महोत्सव में ग्रामीण भारत की सांस्कृतिक विरासत का भी जश्न मनाया जाएगा। यह महोत्सव ग्रामीण कला, संस्कृति, संगीत और नृत्य का सम्मान करेगा, जिससे गांवों के बीच अपने इतिहास और संस्कृति के प्रति गर्व और सम्मान बढ़ेगा।

पीएम नरेंद्र मोदी

ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण

प्रधानमंत्री मोदी ने इस महोत्सव में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया है। महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था के अभिन्न अंग हैं और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं बनाई गई हैं। इसके तहत, महिलाओं को छोटे-छोटे उद्योगों और व्यवसायों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके अलावा, सरकार द्वारा महिलाओं के लिए विशेष माइक्रोफाइनेंस योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को छोटे व्यवसायों के लिए ऋण उपलब्ध कराना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब महिलाओं को समान अवसर मिलेंगे, तब वे अपने समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित होंगी। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि में महिलाओं के योगदान को भी स्वीकार किया और इसे बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई।

प्रधानमंत्री मोदी का दिल्ली में उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने 3 जनवरी 2025 को दिल्ली के अशोक विहार में एक अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने झुग्गी झोपड़ी (जेजे) क्लस्टर के निवासियों के लिए 1,675 नवनिर्मित फ्लैटों का उद्घाटन किया। यह फ्लैट झुग्गीवासियों को स्वाभिमान और सम्मान के साथ जीवन जीने का अवसर प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री ने इन फ्लैट्स के लाभार्थियों को उनकी चाबियाँ सौंपी और यह सुनिश्चित किया कि हर व्यक्ति को एक सुरक्षित और स्वच्छ आवास उपलब्ध हो।

इस उद्घाटन से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन प्रोजेक्ट के तहत इन नवनिर्मित फ्लैटों का निरीक्षण किया। इस परियोजना का उद्देश्य झुग्गी झोपड़ी निवासियों को बेहतर और अधिक सुविधाजनक जीवन प्रदान करना है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को भारत के शहरी विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और इसकी सराहना की।

By admin