केदारनाथ धाम में बारिश से प्रभावित पैदल मार्ग पर फंसे तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए तीसरे दिन भी अभियान जारी है। अब तक 10,500 से ज्यादा लोगों को वहां से निकाला गया है। वहीं, इस अभियान में कुछ लोगों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गई।
वहीं, अधिकारियों ने बताया कि करीब 1300 तीर्थयात्री केदारनाथ, भीमबली और गौरीकुंड में फंसे हैं लेकिन सुरक्षित हैं। राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवान और पुलिसकर्मी बचाव अभियान में लगे हुए हैं। भारतीय वायु सेना के चिनूक और एमआई 17 हेलीकॉप्टर ने शुक्रवार को इलाके से कुछ तीर्थयात्रियों को निकाला।
रुद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक (एसपी) विशाखा अशोक भदाणे ने पैदल मार्ग के पास बादल फटने के बाद बड़ी संख्या में लोगों के लापता होने की अफवाहों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘लगभग (फंसे हुए) सभी लोग घर पहुंच गए हैं।’’
उन्होंने आमजन से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। भदाणे ने कहा, ‘‘हो सकता है कि कई लोग खराब नेटवर्क एवं मौसम के कारण अपने परिवार वालों से संपर्क नहीं कर पाये हों।’’