लोकसभा में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ‘वन नेशन,वन इलेक्शन’ बिल को पेश किया। जिसके बाद विधेयक के विरोध में विपक्ष ने विरोध किया। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने भाषण दिया। सपा सांसदन ने बीजेपी पर हमला साधते हुए कहा कि, जो एक साथ 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव नहीं करा पाए वो पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने की बात करते है।
वहीं, एक राष्ट्र एक चुनाव बिल का टीएमसी ने भी विरोध किया। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि यह बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। जबकि शिवसेना उद्धव ठाकेर गुट ने भी वन नेशन वन इलेक्शन बिल का विरोध किया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि यह संविधान और लोगों को वोट देने के अधिकार पर हमला है।
AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध करते हुए कहा कि, यह संघीय ढांचे पर हमला है। यह राजनीतिक लाभ लेने के लाया गया है। वहीं, विधेयक पेश करने के बाद कानून मंत्री मेघवाल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस विधेयक को व्यापक विचार-विमर्श के लिए संसद की संयुक्त समिति के पास भेजने का अनुरोध करेंगे।