बांग्लादेश अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं के लिए नर्क बनता जा रहा है। इस देश में हिंदू मंदिरों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। वहीं, अब मैमन सिंह और दिनाजपुर में बदमाशों ने दो दिन के भीतर 3 हिंदू मंदिरों में 8 मूर्तियों को खंडित कर दिया। ये घटना बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसक घटनाओं की एक और कड़ी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने एक मंदिर में तोड़फोड़ के सिलसिले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल,मैमनसिंह के हलुआघाट में गुरुवार को कट्टरपंथियों ने दो मंदिरों की 3 मूर्तियों को खंडित कर दिया गया। पहली घटना हलुआघाट के शाकुआई संघ स्थित बोंदरपारा मंदिर में हुई। मंदिर सूत्रों और स्थानीय लोगों के हवाले से हलुआघाट पुलिस थाने के प्रभारी अबुल खैर ने मंदिर पर हमले का खुलासा करते हुए बताया कि शुक्रवार तड़के बदमाशों ने हलुआघाट के शाकुआई संघ स्थित बोंदरपारा मंदिर की 2 मूर्तियों में तोड़फोड़ की। उसके आगे पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और न ही कोई गिरफ्तारी हुई है। वहीं दूसरी घटना भी हलुआघाट के ही बेलडोरा संघ इलाके में पोलाशकंद काली मंदिर में हुई। यहां भी एक मूर्ति को खंडित कर दिया। हंलाकि इस घटना में पुलिस ने शुक्रवार को पोलाशकंद के एक कट्टरपंथी को उसकी कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया है।
बांग्लादेश पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए अलालउद्दीन ने पूछताछ के दौरान अपना अपराध कबूल कर लिया। इससे पहले गुरुवार को पोलाशकंद काली मंदिर समिति के अध्यक्ष सुवाश चंद्र सरकार ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र में बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार से जुड़े एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्द्धन सिंह ने कहा कि इस साल बांग्लादेश में 2200 से ज्यादा ऐसे केस सामने आ चुके हैं। सरकार ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और बांग्लादेश सरकार के साथ अपनी चिंताओं को शेयर किया है। भारत को उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।