महाकुंभ 2025 के दौरान मुख्य स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए, प्रशासन ने यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए विशेष योजना तैयार की है। एसएसपी कुंभ राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि मुख्य स्नान पर्व के दौरान मेला क्षेत्र में चार प्वाइंटों से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे, ताकि भीड़ का दबाव कम किया जा सके और लोग आसानी से संगम तक पहुंच सकें।
चार प्वाइंटों से एंट्री मुख्य स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालु जीटी जवाहर, हर्षवर्धन तिराहा, बांगड़ चौराहा और काली मार्ग-दो से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। इसके बाद श्रद्धालु काली सड़क होकर काली रैंप से अपर संगम मार्ग से संगम तक पहुंचेंगे। वापसी के समय त्रिवेणी मार्ग से लौटने की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था को विशेष रूप से 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति के लिए लागू किया जाएगा, जब मुख्य स्नान पर्व होगा।
यातायात योजना एसएसपी कुंभ ने बताया कि मुख्य स्नान पर्व के दौरान यातायात व्यवस्था को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन इसके लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षित और सहज यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग दिशाओं से जाने के लिए विशेष मार्ग निर्धारित किए गए हैं।
वापसी के मार्ग की योजना वापसी के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न हो, इसके लिए अलग-अलग दिशाओं के लिए अलग मार्ग बनाए गए हैं। जो श्रद्धालु प्रयागराज जंक्शन या चौक की ओर लौट रहे होंगे, उन्हें त्रिवेणी मार्ग से फोर्ट रोड तिराहा, नए यमुना ब्रिज के नीचे से एडीसी तिराहा होते हुए उनके गंतव्य तक भेजा जाएगा। वहीं, जो लोग सिविल लाइंस की ओर जा रहे हैं, उन्हें फोर्ट रोड तिराहे से होते हुए हर्षवर्धन तिराहे, एमजी मार्ग से भेजा जाएगा। अल्लापुर और दारागंज की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पाइप ब्रिज से मार्ग तय किया गया है।
इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर दिशा से आने और जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की अव्यवस्था का सामना न करना पड़े। प्रशासन ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस व्यापक यातायात योजना को लागू किया है।
अंतिम तैयारियां और सुरक्षा महाकुंभ के आयोजन को लेकर प्रशासन की ओर से अंतिम तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें प्रमुख रूप से यातायात व्यवस्था, सुरक्षा, और चिकित्सा सेवाओं पर जोर दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, मेला क्षेत्र में पुलिस की तैनाती और सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी भी बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके।