नशे से युवाओं को दूर करने के लिए कई तरह से प्रयास हो रहे हैं। इसी कड़ी में चंडीगढ़ में नशामुक्त भारत अभियान के तहत शुक्रवार को 400 से अधिक एनएसएस छात्रों ने मानव श्रृंखला बनाकर नशे के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित की। इस मानव श्रंखला के जरिए छात्रों ने लिखा SAY NO TO DRUGS। यह कार्यक्रम सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग और एनएसएस विंग के सहयोग से आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए।
डिप्टी कमिश्नर ने युवाओं को किया जारूकता
इस दौरान चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर निशांत कुमार यादव ने नशे के खिलाफ सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने अपनी युवा शक्ति का सही दिशा में उपयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि नशा परिवार और जीवन दोनों को बर्बाद कर देता है। इसके साथ ही डिप्टी कमिश्नर कहा कि नशा हमारे समाज से युवाओं की जारूकता से ही खत्म हो सकता है। अगर युवा निर्णय कर लें तो चंडीगढ़ ही नहीं भारत से भी नशा खत्म हो जाएगा। सामाजिक कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव अनुराधा चगती के नेतृत्व में “वाडा (विक्टरी अगेंस्ट ड्रग एब्यूज) क्लब” की स्थापना की गई। यह पहल इतनी सफल रही कि शहर के 184 शिक्षण संस्थानों में स्थापित इन क्लबों ने 2024-25 में 15 लाख से अधिक नागरिकों तक नशामुक्ति का संदेश पहुंचाया। बता दें कि पंजाब के साथ चंडीगढ़ में भी नशे की समस्या बढ़ती जा रही है। कई सामाजिक संस्थाएं नशा विरोधी अभियान चला रही हैं। इससे पहले भी चंडीगढ़ में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। ताकि युवाओं को नशे से दूर किया जा सके। इस कार्यक्रम में एसडीएम ईस्ट नवीन रट्टू, एनएसएस समन्वय अधिकारी नेमी चंद सहित शिक्षा और सामाजिक कल्याण विभाग के कई अधिकारियों ने भाग लिया। मानव श्रृंखला के माध्यम से छात्रों और शिक्षकों ने न केवल जागरूकता का संदेश दिया, बल्कि नशे की समस्या से निपटने के लिए समाज की एकजुटता को भी दर्शाया।
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