दादरी में कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में एक रैली में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उनके बयानों में न केवल कांग्रेस के नेताओं पर कटाक्ष किया गया, बल्कि उन्होंने कुछ सवाल भी उठाए, जो राजनीतिक चर्चाओं का विषय बन गए हैं।
सैनी का हमला: दादरी में आयोजित रैली में नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस के नेताओं को सीधे तौर पर लताड़ते हुए कहा कि “कांग्रेस के पास सूत है न कपास और वो लट्ठम-लट्ठा हो रै सै।” उनका ये तंज कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को दर्शाता है, जहां वे अपनी संभावित सरकार के गठन से पहले ही नेता आपस में हिस्से बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
सैनी ने कहा कि उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा से 10 सवाल पूछे थे, जिनका कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा, “आज दादरी की सरदारी के बीच खड़ा होकर एक और सवाल पूछता हूं। भूपेंद्र हुड्डा बताए कि ये तुषार कौन है जिसकी दीपेंद्र हुड्डा व उदयभान के साथ फोटो है।”
तुषार का मुद्दा: नायब सैनी का तुषार के संदर्भ में बयान राजनीतिक चर्चाओं में इजाफा करता है। उन्होंने कहा कि ईडी ने तुषार को पकड़ा है, जिसने 5000 करोड़ की ड्रग सप्लाई कर युवाओं का भविष्य बर्बाद किया है। यह आरोप न केवल कांग्रेस पर बल्कि विशेष रूप से हुड्डा परिवार पर भी सीधा निशाना है।
हुड्डा पर कटाक्ष: सैनी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र पर भी तीखे कटाक्ष किए। उन्होंने कहा, “बापू-बेटा प्रदेश में जाकर हिसाब मांग रहे हैं।” इसके बाद उन्होंने एक शायरी सुनाई: “दिल में कसक, चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं…जिनके खुद के बही-खाते खराब हैं, वो हमारा हिसाब लेने के लिए फिरते हैं।”
भाजपा की रणनीति: नायब सैनी ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि 5 अक्तूबर को एक-एक वोट कमल के निशान पर डाल देना है। उन्होंने चेतावनी दी कि 8 अक्तूबर को कांग्रेस नेता रोहतक पीजीआई के आईसीयू में भर्ती मिलेंगे, यह संकेत करते हुए कि भाजपा चुनाव में जीत हासिल करेगी।
कांग्रेस का जवाब: हालांकि कांग्रेस ने अभी तक सैनी के आरोपों का कोई सीधा जवाब नहीं दिया है, लेकिन पार्टी के नेता इससे इन्कार नहीं कर सकते कि दादरी में सैनी का यह हमला चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि सैनी की बातें केवल राजनीति का हिस्सा हैं और जनता इन बयानों से प्रभावित नहीं होगी।