मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम जहां पर सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर का आखिरी मैच खेला था लेकिन आखिर क्यों सचिन तेंदुलकर उस दिन का याद कर वनखेड़े स्टेडियम के मंच पर भावुक हो गए। दरअसल वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने पर वानखेड़े स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां एक मंच पर सभी दिग्गज क्रिकेटर शामिल हुए सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, कप्तान रोहित शर्मा समेत तमाम बड़े क्रिकेटर शामिल हुए लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ सचिन मंच पर लोगों को संबोधित करते हुए सचिन भावुक हुए और सभी सचिन को देखकर हैरान रहे गए।
मंच पर एंकर ने जब सचिन तेंदुलकर से पूछा वानखेड़े स्टेडियम से जुड़ा कोई किस्सा तो जवाब में सचिन तेंदुलकर ने अपने आखिरी मैच को याद किया और कहा- वो इसी मैदान पर अपना आखिरी मैच खेलना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने BCCI से रिक्वेस्ट की थी अब आप सोच रहे होंगे सचिन तो कही भी अपना आखिरी मैच खेल सकते थे लेकिन जब इसके पीछे की कहानी सचिन ने बताई तो सबकी आंखे नम हो गई। सचिन ने बताया कि जब वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज का एलान हुआ था तो मैंने एन श्रीनिवासन उस समय के BCCI अध्यक्ष को फोन किया और अनुरोध किया कि क्या सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच वानखेड़े में खेला जा सकता है क्योंकि मैं चाहता हूं कि मेरी मां मुझे अपना आखिरी मैच खेलते हुए देखें।
सचिन ने बताया कि मेरी मां ने उससे पहले कभी भी स्टेडियम आकर मुझे खेलते हुए नहीं देखा था उस समय उनका स्वास्थ्य ऐसा था कि वो वानखेड़े को छोड़कर किसी अन्य स्थान पर नहीं जा सकती थी BCCI ने बहुत शालीनता से उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और मेरी मां और पूरा परिवार उस दिन वानखेड़े में था आज जब मैंने वानखेड़े में कदम रखा, तो मैं उन्हीं भावनाओं का अनुभव कर रहा हूं सचिन ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर अपने करियर का अंतिम मैच खेला था इसके बाद मास्टर ब्लास्टर ने अपने दो दशक से लंबे करियर का अंत कर दिया था तेंदुलकर ने बताया कि साल 2011 के वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने के बाद इस मैदान पर वर्ल्ड कप अपने नाम किया था और उन दिनों को में कैसे भूल सकता हूं।