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महाकुंभ: श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की बजाए अयोध्या पहुंच गया हेलिकॉप्टर, दर्ज हुई FIR

महाकुंभ 2025

महाकुंभ: श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की बजाए अयोध्या पहुंच गया हेलिकॉप्टर, दर्ज हुई FIR

प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है, जिसके लिए उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए सभी इंतजाम किए हैं. और इसकी तारीफ महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु भी कर रहे हैं. इसी कड़ी में महाकुंभ के हर स्नान के मौके पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा करवाई जा रही है. लेकिन पौष पूर्णिमा के स्नान पर समय से हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा नहीं हो सकी. जिसकी वजह से इस मामले में सरकार ने सख्त तेवर दिखाए हैं. और एविएशन कंपनी के सीईओ, पायलट सहित तीन लोगों पर FIR दर्ज करा दी गई है

कंपनी पर आरोप है कि बिना सूचना दिए हेलिकॉप्टर को अयोध्या भेज दिया गया था, जिसकी वजह से महाकुंभ में श्रद्धालुओं पर समय से पुष्प वर्षा नहीं करवाई जा सकी. यूपी के सिविल एविएशन डिपार्मेंट के परिचालन प्रबंधन केपी रमेश की तरफ से महाकुंभ नगर की कोतवाली में FIR दर्ज कराई गई है. आपको बता दें कि, हेलिकॉप्टर कंपनी के सीईओ रोहित माथुर, पायलट कैप्टन पुनीत खन्ना और परिचालक प्रबंधन के खिलाफ गंभीर धाराओं में FIR दर्ज हुई है.

बता दें कि, योगी सरकार ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा का निर्णय लिया था जिसमें एम.ए हेरीटेज एविएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को पौष पूर्णिमा के दिन सुबह से ही फूलों की बारिश की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी. लेकिन बिना कोई सूचना दिए हेलिकॉप्टर को अयोध्या भेज दिया गया, जिस वजह से श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा नहीं करवाई जा सकी. जिसके बाद दूसरा हेलिकॉप्टर बुलाया गया और शाम 4 बजे के आसपास फूलों की वर्षा करवाई गई. फिलहाल, केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.

प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ 144 वर्ष बाद आया है. मकर संक्रांति के दिन महाकुंभ का पहला शाही स्नान था और अब अगला शाही स्नान मौनी अमावस्या पर यानी 29 जनवरी को होगा. आपको बता दें कि,

महाकुंभ में इस बार 6 स्नान प्रमुख हैं

महाकुंभ में 6 प्रमुख स्नान
पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी
मकर संक्रांति: 14 जनवरी
मौनी अमावस्या: 29 जनवरी
वसंत पंचमी: तीन फरवरी
माघी पूर्णिमा: 12 फरवरी
महाशिवरात्रि: 26 फरवरी

महाकुंभ 2025

 

महाकुंभ में शामिल होने के लिए 45 करोड़ लोग आएंगे

प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान दुनिया का सबसे बड़ा मेला लग चुका है. जिसमें लगभग 45 करोड़ लोग हिस्सा लेने जा रहे हैं. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को भी पूरा ध्यान रखा गया है. जमीन से लेकर आसमान तक, पानी के ऊपर से लेकर पानी के नीचे तक, रेलवे स्टेशन से बस अड्डों तक शायद ही कोई ऐसी जगह होगी जो सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर बच जाए.

महाकुंभ में सुरक्षा इंतजाम

70 लाख की आबादी वाले प्रयागराज में लग महाकुंभ के दौरान लगभग 45 करोड़ लोग आएंगे, यानि औसतन एक दिन में एक करोड़ लोग महाकुंभ में पहुंचेंगे. इन 45 करोड़ लोगों की सुरक्षा करीब 75 हजार सुरक्षाकर्मियों के हाथों में है. इनमें यूपी पुलिस के अलावा तमाम सेंट्रल एजेंसियां और पैरामिलिट्री फोर्सेज़ भी शामिल हैं. जिसके तहत, 75,000 सुरक्षा कर्मी, 70 जिलों की 50 हजार पुलिस, यूपी होमगार्ड्स, PSA, ATS, 2700 CCTV कैमरे, NSG के 100 कमांडो,

एंटी टेरर स्कॉड (ATS), स्पेशल टास्क फोर्स (STF), नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF), स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF), 4,300 फायर सेफ्टी यूनिट, 56 थाने, 155 चौकी, 10 पिंक बूथ, 3 एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, 400 महिला पुलिसकर्मी, 30 स्पाटर्स (गुप्तचर) की टीम, 123 वॉच टावर, फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर, आसमान और पानी वाले ड्रोन, डिजिटल वॉरियर्स समेत ब्लैक कैट कमांडो भी तैनात किए गए हैं. ऐसे में ये कहना कतई गलत नहीं होगा कि, महाकुंभ में परिंदा भी पर नहीं मार सकता

 

एक श्राप ने किया रावण का अंत

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