हिंदुओं की आस्था का प्रतीक महाकुंभ क्या अब केवल पाखंड बन चुका है ये सवाल मेरे जहन में कहीं ना कहीं अवश्य ही घर कर गया है. क्योंकि आज के टाइम में हम जो देख रहे है उसमें कहीं ना कहीं पाखंड भी नजर आने लगता है। आप लोगों ने खुद देखा होगा कि, कहीं महाकुंभ में किसी गरीब लड़की को उसकी इजाजत के बगैर वायरल किया जा रहा है। तो कहीं तप, योग, साधना, ध्यान का भी कोई महत्व नहीं है।