करनाल: प्रदेश की राजनीति में कई नेताओं द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जनता के बीच संवाद बनाए रखने के प्रयास किए जाते हैं। इनमें से एक नई पहल करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ने शुरू की है, जिसका उद्देश्य जनता के बीच और अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास कार्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस पहल का नाम रखा गया है “चाय पर चर्चा,” जो एक नई और रचनात्मक विधि है जनता से संवाद स्थापित करने की। इस कार्यक्रम के माध्यम से विधायक जगमोहन आनंद ने जनता के बीच अपनी उपस्थिति को और मजबूत किया है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच प्रदान किया है।

“चाय पर चर्चा” की शुरुआत

विधायक जगमोहन आनंद ने हाल ही में करनाल के नेहरू पैलेस स्थित भारतीय टी स्टॉल पर “चाय पर चर्चा” कार्यक्रम की शुरुआत की। यह कार्यक्रम हर रविवार सुबह 7:00 बजे आयोजित किया जाएगा, जिससे करनाल के लोग और गणमान्य व्यक्ति आराम से इस कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल जनता की समस्याओं को सुनना है, बल्कि उन समस्याओं के समाधान के लिए विधायक के रूप में उनका सहयोग प्राप्त करना है। इस पहल का विशेष आकर्षण यह है कि यह एक ऐसा मंच है जहां लोग अपने विधायक से बिना किसी औपचारिकता के सीधे संवाद कर सकते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।

जनता से संवाद का नया तरीका

चाय पर चर्चा कार्यक्रम में विधायक जगमोहन आनंद ने करनाल के विभिन्न हिस्सों से आए हुए लोगों की समस्याओं को सुना। इस कार्यक्रम के दौरान लोग अपने व्यक्तिगत और सामूहिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उपस्थित हुए, और विधायक ने उन समस्याओं को गहराई से समझने की कोशिश की। उन्होंने इस बात का आश्वासन दिया कि वह इन समस्याओं को प्राथमिकता देंगे और समाधान के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे। विधायक ने यह भी बताया कि उनका लक्ष्य सिर्फ जनता के मुद्दों को सुनना ही नहीं है, बल्कि उन पर कार्रवाई करना और समय-समय पर विकास कार्यों की निगरानी भी करना है।

विधायक ने इस संवाद कार्यक्रम को एक नई दिशा देने की कोशिश की है। उनकी मान्यता है कि जनता के साथ लगातार संवाद बनाए रखना ही किसी भी नेता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इस कार्यक्रम के माध्यम से वह जनता से सीधे जुड़कर उनकी समस्याओं को न केवल सुनते हैं, बल्कि हल करने के लिए ठोस कदम उठाने का प्रयास करते हैं।

जनता के लिए एक खुला मंच

“चाय पर चर्चा” के कार्यक्रम को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि इसमें आम जनता को कोई भी झिझक या डर नहीं होना चाहिए। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जहां लोग बिना किसी भेदभाव के अपनी समस्याओं को सामने रख सकते हैं और उन्हें विधायक से सीधे समाधान प्राप्त करने का अवसर मिलता है। विधायक जगमोहन आनंद ने इस बात पर जोर दिया कि वह इस कार्यक्रम के जरिए न केवल समस्याओं का समाधान करेंगे, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि विकास कार्यों में कोई कमी न हो।

विधायक ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “करनाल की जनता ही मेरा परिवार है। उन्होंने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसे मैं कभी नहीं टूटने दूंगा। मैं हर समय उनकी सेवा के लिए तत्पर रहूंगा।” इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि जगमोहन आनंद जनता से अपनी व्यक्तिगत और राजनीतिक जिम्मेदारियों के प्रति अत्यधिक प्रतिबद्ध हैं और वह उन्हें अपनी प्राथमिकताओं में रखते हैं।

करनाल के विकास कार्यों में योगदान

कार्यक्रम के दौरान विधायक ने करनाल के विकास में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सुंदरलाल के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सुंदरलाल जी ने करनाल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। विधायक ने यह भी कहा कि वह इस विकास कार्य को निरंतर आगे बढ़ाएंगे, ताकि करनाल एक प्रगतिशील और समृद्ध शहर बन सके।

इसके अलावा, विधायक ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भले ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भौगोलिक रूप से करनाल से दूर हों, लेकिन उनका प्यार और समर्पण करनाल के लिए अब भी उतना ही गहरा है। यह बयान यह दर्शाता है कि करनाल के विकास के लिए मुख्यमंत्री सैनी के योगदान को भी विधायक जगमोहन आनंद अत्यधिक महत्व देते हैं और उनका साथ पाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

जनता की समस्याओं का समाधान

“चाय पर चर्चा” के इस कार्यक्रम में आई विभिन्न समस्याओं को विधायक ने गंभीरता से लिया। कुछ प्रमुख समस्याओं में सड़क, जल आपूर्ति, सफाई व्यवस्था और बेरोजगारी जैसी सामान्य समस्याएं थीं। इसके अलावा, कुछ लोग करनाल के शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता पर भी बात कर रहे थे। विधायक ने इन सभी मुद्दों पर ध्यान देने का आश्वासन दिया और कहा कि वह संबंधित विभागों से मिलकर इन समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करेंगे।

इसके साथ ही, विधायक ने यह भी कहा कि करनाल के विकास में कोई भी व्यक्ति या समूह अकेला काम नहीं कर सकता है, और इसके लिए सभी नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने यह अपील भी की कि हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और शहर के विकास में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।

नेहरू पैलेस और भारतीय टी स्टॉल का महत्व

नेहरू पैलेस का चुनाव इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए विशेष रूप से किया गया था, क्योंकि यह स्थान करनाल में एक प्रमुख स्थल है और यहां पर स्थानीय लोगों की संख्या भी अधिक रहती है। भारतीय टी स्टॉल, जो इस कार्यक्रम का आयोजन स्थल बना है, ने भी करनाल के नागरिकों को एक ऐसा स्थान प्रदान किया है जहां वे अपने विधायक से आराम से मिल सकते हैं और अपनी समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं। इस स्थान का चयन इस दृष्टि से किया गया था ताकि लोग यहां आने में सहज महसूस करें और बातचीत का माहौल आरामदायक हो।

कार्यक्रम की सफलता और भविष्य

“चाय पर चर्चा” कार्यक्रम की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि जनता इस पहल को कितना स्वीकार करती है और इसमें भाग लेती है। यदि यह कार्यक्रम सफल रहता है, तो यह अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है और अन्य विधायक भी जनता के बीच इस तरह के संवाद स्थापित करने का प्रयास कर सकते हैं। विधायक जगमोहन आनंद का यह प्रयास न केवल एक अच्छे नागरिक संबंध का उदाहरण है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि वह विकास कार्यों के लिए जनता की सहभागिता को आवश्यक मानते हैं।

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