हिमाचल के मंडी से बीजेपी की सांसद कंगना रनौत पर हिमाचल प्रदेश के PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने निशाने पर लिया है। साथ ही एक बड़ा आरोप भी लगाया है। उन्होंने कंगना पर तंज कसते हुए कहा कि मोहतरमा शरारत करती हैं। बिल का भुगतान नहीं करती हैं और फिर सरकार को कोसती हैं। गौरतलब है कि कंगना रनौत ने हाल ही में अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक जनसभा के दौरान ‘बढ़े हुए बिजली बिलों’ को लेकर हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार की आलोचना की। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ था। दरअसल, मंडी में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान कंगना ने कहा था कि वो जिस घर में रहती भी नहीं हैं, वहां पर बिजली का बिल एक लाख रुपये आया है, कांग्रेस सरकार ने राज्य की दुर्दशा कर रखी है। वहीं अब इस पर हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड की ओर से सफाई भी आ गई है। बोर्ड ने बिल का हिसाब बताते हुए कहा कि कंगना रनौत ने दो महीने के 90,384 रुपये के पुराने बकाए समेत बिलों का भुगतान नहीं किया है।
बिजली विभाग की सफाई
कंपनी ने कहा कि दिसंबर में बिजली की खपत 6,000 यूनिट थी, और 31,367 रुपये की बकाया राशि थी। फरवरी में बिजली खपत 9,000 यूनिट थी। बिल का समय पर भुगतान न करने की वजह से लेट पेमेंट सरचार्ज समेत 58,096 रुपये था। अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2024 का बिजली बिल 82,061 रुपये था, जिसका भुगतान कंगना रनौत ने 16 जनवरी 2025 को किया। कंगना रनौत लगातार अपने मासिक बिजली बिलों का भुगतान देरी से कर रही हैं। जनवरी और फरवरी के बिलों का भुगतान 28 मार्च 2025 को किया गया, जिसमें कुल मिलाकर 14,000 यूनिट की खपत हुई और जुर्माना लगाया गया।
मंत्री विक्रमादित्य सिंह का पलटवार
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पलटवार करते हुए लिखा कि मोहतरमा बड़ी शरारत करती है। बिजली का बिल नहीं भरती है, फिर मंच पर सरकार पर आरोप लगाती हैं, ऐसा कैसा चलेगा? कंगना ने दावा किया था कि जहां मैं रहती भी नहीं हूं, उस घर के लिए 1 लाख रुपए का बिल भेज दिया गया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला था. कंगना ने कहा कहा था कि यहां समोसे पर जांच होती है, बसों के किराए बढ़ा दिए जाते हैं और अब तो बिल भी एक लाख आ गया है. ये लोग भेड़िए हैं, प्रदेश को इनके पंजों से बचाना होगा।