कोलकाता नाइटराइडर्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को रौंदकर आईपीएल 2024 का खिताब जीत लिया है. कोलकाता (केकेआर) और हैदराबाद (एसआरएच) आईपीएल 2024 की दो बेस्ट टीमें थीं. पॉइंट टेबल में टॉप-2 पर रही थीं. उम्मीद कांटे के मुकाबले की थी. लेकिन केकेआर ने इसे इतिहास का सबसे एकतरफा फाइनल बना दिया. श्रेयस अय्यर की टीम केकेआर ने एसआरएच को पहले तो आईपीएल फाइनल में महज 113 रन पर समेटा. इसके बाद 10.3 ओवर में 8 विकेट से मुकाबला जीत लिया. केकेआर ने आईपीएल का खिताब तीसरी बार जीता है.
आईपीएल 2024 की इस जीत में जितनी तारीफ कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाड़ियों की हो रही है, उतनी ही मेंटोर गौतम गंभीर की भी. और यह महज इत्तफाक नहीं है कि आईपीएल को तीनों खिताब दिलाने में गौतम गंभीर का योगदान रहा है. केकेआर ने पहले दो खिताब (2012 और 2014) गंभीर की कप्तानी में जीते थे. अब 2024 में जब केकेआर ने खिताब जीता तो गौतम गंभीर टीम के मेंटोर हैं.
सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच आईपीएल 2024 का फाइनल चेन्नई में खेला गया. सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी लेकिन उनके बैटर्स ने निराश किया. केकेआर ने पहले ही ओवर से विकेट चटकाने शुरू किए और एसआरएच को महज 113 रन पर ढेर कर दिया. इस तरह सनराइजर्स हैदराबाद की जिस टीम ने आईपीएल का सबसे बड़ा स्कोर बनाया था, उसी ने फाइनल का लोएस्ट स्कोर बना डाला. एसआरएच की टीम पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई. वह 18.3 ओवर में ढेर हो गई.
सनराइजर्स हैदराबाद की बैटिंग बुरी तरह फ्लॉप रही. उसके स्टार ओपनर ट्रैविस हेड गोल्डन डक के साथ पैवेलियन लौटे तो दूसरे ओपनर अभिषेक शर्मा 2 रन ही बना सके. तीसरे नंबर पर बैटिंग करने आए राहुल त्रिपाठी 9 रन बनाकर आउट हो गए. इस तरह सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने टॉप-3 बैटर महज 21 रन पर गंवा दिए.
टॉपऑर्डर के बुरी तरह फ्लॉप होने के बाद मिडिलऑर्डर ने भी निराश किया. नीतीश रेड्डी 13, हेनरिक क्लासेन 16, शाहबाज अहमद 8 और अब्दुल समद 4 रन बनाकर आउट हो गए. इससे एसआरएच पर 100 रन के भीतर सिमटने का खतरा मंडराने लगा. कप्तान पैट कमिंस ने 24 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को 113 रन तक पहुंचाया. केकेआर की ओर से आंद्रे रसेल ने सबसे अधिक 3 विकेट लिए. मिचेल स्टार्क और हर्षित राणा ने दो-दो विकेट झटके.
114 रन का लक्ष्य कभी भी मुश्किल नहीं था और केकेआर ने जिस अंदाज में बैटिंग की, उससे लगा कि वह 200 से बड़ा स्कोर भी आसानी से हासिल कर लेती. ओपनर सुनील नरेन फाइनल में बैटिंग में ज्यादा कमाल नहीं कर पाए और 6 रन बनाकर आउट हो गए. लेकिन तीसरे नंबर पर आए वेंकटेश अय्यर (52) और ओपनर रहमानुल्लाह गुरबाज (39) ने धमाकेदार बैटिंग कर अपनी टीम को लक्ष्य के पास पहुंचा दिया. इन दोनों ने महज 45 गेंद पर 91 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को 102 रन तक पहुंचा दिया. इस स्कोर पर गुरबाज आउट हो गए. लेकिन वेंकटेश अय्यर ने कोई गलती नहीं की. उन्होंने कप्तान श्रेयस अय्यर (6) के साथ मिलकर अपनी टीम को 11वें ओवर में जीत दिला दी.