प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट समुद्री ब्रिज “पंबन ब्रिज” का उद्घाटन किया, जो न केवल एक तकनीकी और इंजीनियरिंग उपलब्धि है, बल्कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम भी है। इस ब्रिज के उद्घाटन के साथ-साथ, प्रधानमंत्री ने रामेश्वरम से तांब्रम (चेन्नई) तक एक नई ट्रेन सेवा की शुरुआत भी की, जिससे यात्रा की सुविधाओं में वृद्धि होगी और राज्य में परिवहन नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने एक तटरक्षक जहाज को भी रवाना किया, जो समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण है।
रामेश्वरम के इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री ने रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन किए और फिर 8,300 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। ये परियोजनाएं राज्य में बड़े पैमाने पर परिवहन और कनेक्टिविटी सुधारने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक प्रभाव डालेंगी। इस मौके पर, उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने राम नवमी के पावन अवसर पर भगवान श्रीराम के जीवन और उनके सुशासन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर चलने की बात कही।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज राम नवमी का पावन पर्व है, और अयोध्या के भव्य राम मंदिर में सूर्य की किरणों ने रामलला का भव्य तिलक किया है। भगवान श्रीराम का जीवन और उनके राज्य से मिलने वाली सुशासन की प्रेरणा राष्ट्र निर्माण के लिए एक बड़ा आधार है।” उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने अपनी इकोनॉमी का साइज दोगुना किया है, और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है देश का शानदार और मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर, जिसे पिछले दशक में और भी मजबूती दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले 10 वर्षों में रेल, रोड, एयरपोर्ट, पानी, पोर्ट, बिजली, गैस पाइपलाइन जैसी विभिन्न क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर बजट को लगभग 6 गुना बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि देश में बड़ी तेजी से बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है, जो भारत की अर्थव्यवस्था को और भी ताकतवर बनाएंगे।
भारत में हाल के वर्षों में हुए प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रकाश डाला। उन्होंने चिनाब ब्रिज (जम्मू-कश्मीर), अटल सेतु (मुंबई), बोगीबील ब्रिज (असम) और पंबन ब्रिज का जिक्र करते हुए कहा कि दक्षिण में स्थित पंबन ब्रिज जैसी विश्वस्तरीय संरचनाएं देश की प्रगति को दर्शाती हैं। यह सभी परियोजनाएं भारत के आधुनिककरण और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तमिलनाडु का विकास भारत के विकास से गहरे रूप से जुड़ा हुआ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जैसे-जैसे तमिलनाडु का सामर्थ्य बढ़ेगा, वैसे-वैसे भारत की विकास यात्रा में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से केंद्र सरकार ने तमिलनाडु के विकास के लिए तीन गुना ज्यादा बजट आवंटित किया है, और यह राज्य की समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि 2014 से पहले, तमिलनाडु के लिए हर साल 900 करोड़ रुपये ही रेलवे परियोजनाओं के लिए आवंटित किए जाते थे, जबकि इस वर्ष तमिलनाडु का रेलवे बजट 6,000 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके साथ ही, भारत सरकार राज्य के 77 रेलवे स्टेशनों को मॉडर्न बना रही है, जिसमें रामेश्वरम का रेलवे स्टेशन भी शामिल है। यह कदम राज्य में यातायात और परिवहन की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया में भारत के प्रति आकर्षण बढ़ा है। लोग भारत को जानने और समझने के लिए इच्छुक हैं। उन्होंने भारत के संस्कृति और सॉफ्ट पावर की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया, जो दुनिया में भारत की पहचान को सशक्त बना रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की प्राथमिकता हमेशा सुरक्षा और भलाई रही है, और इस दिशा में सरकार ने 3,700 से अधिक मछुआरों को श्रीलंका से सुरक्षित रूप से वापस लाया है। पिछले साल, 600 से अधिक मछुआरों को श्रीलंका से रिहा किया गया। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कुछ मछुआरों को मृत्युदंड का सामना करना पड़ा था, लेकिन सरकार ने उनके सुरक्षित वापसी के लिए निर्णायक कदम उठाए।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि भारतीय राजनीति और सरकार का दृष्टिकोण केवल आर्थिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक कल्याण और संस्कृतिक धरोहर को भी सशक्त बनाने की दिशा में भी काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने राज्य और देश के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह के परियोजनाएं भविष्य में भारत को एक नई दिशा और गति प्रदान करेंगी।
इस दौरे के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने यह सिद्ध किया कि उनका विकसित भारत का सपना केवल एक विचार नहीं, बल्कि यह एक वास्तविकता बन रहा है, जिसमें तमिलनाडु जैसी राज्य की भूमिका महत्वपूर्ण है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण से भारत अपने विकास के नए शिखर की ओर बढ़ेगा और हर भारतीय नागरिक को इसके लाभ मिलेंगे।