प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान, बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई और इस अनुभव को बेहद खास बताया। डुबकी लगाने के बाद उन्होंने कहा, “यहां बहुत अच्छी व्यवस्था है, इसके लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का धन्यवाद करता हूं।” महाकुंभ के 43वें दिन भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता रहा, और अब तक 62 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं।
मैं सारे कर्मचारी और पुलिस का धन्यवाद करता हूं: अक्षय
अक्षय कुमार ने कहा, “मैं यहां पर बहुत ही अच्छी व्यवस्था देखकर खुश हूं। सीएम योगी जी का शुक्रिया अदा करता हूं, और साथ ही यहां के कर्मचारियों और पुलिस का भी धन्यवाद करता हूं। कुंभ में बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं और इस आयोजन के लिए किए गए इंतजाम बहुत अच्छे हैं।”

महाशिवरात्रि के पहले ट्रेनों में उमड़ी भीड़, रेलवे ने चलाई सौ से अधिक स्पेशल ट्रेनें
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है, खासकर महाशिवरात्रि के पहले, जब यात्रियों की संख्या ज्यादा हो गई। इस दौरान प्रयागराज आने वाली ट्रेनों में भीड़ की वजह से स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो गई। 22 फरवरी को संगम नगरी के स्टेशनों से 338 ट्रेनों का संचालन हुआ, जिसमें 149 स्पेशल ट्रेनें थीं। इसके अलावा, शहर के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से 106 नियमित ट्रेनों का भी संचालन किया गया।
प्रयागराज जंक्शन, नैनी, छिवकी और झूंसी स्टेशनों से विशेष ट्रेनें चल रही थीं, लेकिन इन स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही थी। कई ट्रेनों के कोच में बर्थ की संख्या से ज्यादा यात्री चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। लंबी दूरी की ट्रेनों में भी यात्रियों को बडी जद्दोजहद के बाद जगह मिल रही थी, और कुछ ट्रेनों के इमरजेंसी खिड़कियों से यात्री अंदर घुसते दिखाई दिए।
महाकुंभ की भीड़ और आयोजन का प्रभाव
महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि से पहले प्रयागराज आने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। कई नियमित ट्रेनों को निरस्त करने की वजह से स्पेशल ट्रेनों से यात्रियों को पहुंचाया जा रहा है। शनिवार 22 फरवरी को प्रयागराज से 338 ट्रेनों का संचालन हुआ, जिसमें 149 स्पेशल ट्रेनें शामिल थीं। इन ट्रेनों में बैठने के लिए यात्रियों को विशेष इंतजामों की आवश्यकता हो रही थी, और कई बार धक्का-मुक्की भी हो रही थी।