लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और बिहार में सरकार बनाने की मुहिम में भाई-भतीजावाद का मुद्दा हावी होता दिख रहा है। चाहे वह सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हो, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) हो या कोई अन्य घटक दल, लालू यादव और उनके परिवार को निशाना बनाया गया है।
शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से पर्सनल हो गए. लालू यादव को लेकर बोले नीतीश कुमार कि जरा बताइए तो, कोई इतना बच्चा पैदा करता है? एक बेटे की चाहत में नौ-नौ बच्चा पैदा कर दिया. उन्होंने कहा कि उनको (लालू यादव को) बेटा पैदा नहीं हो रहा था तो नौ-नौ पैदा कर दिया. और उसके बाद अब उसको नेता बनाने के लिए दिन रात लगे रहते हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिवारवाद को लेकर लालू पर हमला बोलते हुए कहा कि हमलोग भी राजनीति में हैं लेकिन हम लोगों ने कभी अपने परिवार को आगे नही बढ़ाया. उन्होंने आगे कहा कि उनको (लालू यादव को) देखिए, अपने परिवार के लिए कैसे परेशान रहते हैं.
नीतीश कुमार ने यह बयान बिहार के मोतिहारी में दिया है. गौरतलब है कि बीजेपी के नेता भी लालू यादव और विपक्षी इंडिया ब्लॉक को परिवारवाद के मुद्दे को लेकर हमलावर हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाजीपुर में चुनावी रैली में आरजेडी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि इनको अपने बेटों को सेट करने की चिंता है, ये आपके बच्चों की चिंता क्या करेंगे.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार दो दिन ब्रेक के बाद एक दिन पहले ही एक्टिव हुए हैं. नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन में शामिल होने के लिए 14 मई को वाराणसी जाना था लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ गई. सीएम नीतीश की तबीयत बिगड़ने के बाद उनके सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे. 14 और 15 मई को ब्रेक के बाद नीतीश कुमार 16 मई से ही फिर से एक्टिव हुए हैं. सीएम नीतीश ने एक दिन पहले शिवहर में जेडीयू उम्मीदवार लवली आनंद और पूर्वी चंपारण में बीजेपी उम्मीदवार राधेमोहन सिंह के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित किया था.