IAS: IAS शिशिर का तबादला, सत्ता के सबसे भरोसेमंद अफसर की विदाई क्यों?
उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में एक बड़ा फेरबदल सामने आया है। योगी सरकार ने देर रात 33 IAS अधिकारियों के तबादले कर दिए — लेकिन सबसे ज़्यादा चर्चा हो रही है एक नाम की — IAS शिशिर।
करीब 7 साल तक सूचना विभाग की कमान संभालने वाले और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाने वाले शिशिर को अब MSME और निर्यात प्रोत्साहन विभाग का विशेष सचिव बना दिया गया है।
शिशिर यूपी के बलिया जिले के रहने वाले हैं और 2019 बैच के प्रमोटी IAS अधिकारी हैं। उन्हें 2017 में विशेष सचिव भाषा विभाग और हिंदी संस्थान-संस्कृति-सूचना विभाग का निदेशक बनाया गया था। 2027 में रिटायर होने वाले शिशिर, सूचना विभाग में सबसे लंबे समय तक रहने वाले अधिकारी बन चुके थे।
लेकिन हाल ही में ताकतवर मंत्री आशीष पटेल ने उनके खिलाफ खुलकर मोर्चा खोला। आशीष पटेल का आरोप था कि उनके विभाग में हुई कथित नियुक्ति घोटाले की साजिश IAS शिशिर और कुछ अन्य अफसरों ने मिलकर रची। आशीष पटेल ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया से लेकर दिल्ली तक उठाया।
सूचना विभाग के बजट को लेकर भी कई बार विवाद हुआ। विपक्ष से लेकर खुद सरकार के मंत्री तक, इस विभाग में हजारों करोड़ के प्रचार खर्च पर सवाल उठा चुके हैं। आशीष पटेल ने यह तक कहा था कि इसी विभाग के बजट से उनके खिलाफ झूठी खबरें फैलाई गईं।
ऐसे में शिशिर का ट्रांसफर सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि सत्ता के भीतर चल रही सियासी खींचतान का संकेत भी माना जा रहा है।
जब तबादले की लिस्ट आई, तो 26वें नंबर पर IAS शिशिर का नाम देख सब हैरान रह गए। सवाल उठने लगे — क्या ये आशीष पटेल के दबाव का नतीजा है या फिर ब्यूरोक्रेसी में संतुलन बनाने की कोशिश?
दीनदयाल उपाध्याय सूचना परिसर से IAS शिशिर की विदाई कई चर्चाओं को जन्म दे चुकी है — और अभी भी सवाल कायम है — “सबसे भरोसेमंद अफसर की अचानक विदाई क्यों?”
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