Haryana Result: हरियाणा विधानसभा चुनाव में भजनलाल परिवार को मिली करारी हार ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। 56 वर्षों बाद आदमपुर सीट पर भजनलाल परिवार को इस तरह की हार का सामना करना पड़ा है, जो उनके राजनीतिक वर्चस्व को चुनौती देता है। इस बार ताऊ देवीलाल के तीन लाल (देवी लाल, भजनलाल और बंसीलाल) के वारिसों ने चुनावी मैदान में उतरकर जनता से विश्वास हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन नतीजे विपरीत रहे।
चुनावी समीकरण
इस चुनाव में भजनलाल के पौत्र भव्य बिश्नोई ने आदमपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं, भजनलाल के छोटे बेटे चंद्रमोहन ने पंचकूला से कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की। इस बार भजनलाल परिवार में राजनीतिक विरासत को लेकर आपसी संघर्ष और पार्टी बदलने की घटनाएं भी देखने को मिलीं।
देवीलाल परिवार के सदस्य भी इस चुनाव में आपस में भिड़े। अभय चौटाला, अर्जुन चौटाला और आदित्य चौटाला ने इनेलो से चुनाव लड़ा, जिसमें से अर्जुन और आदित्य ने जीत हासिल की। हालांकि, इनेलो से जुड़कर जजपा के उम्मीदवार दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला को करारी हार का सामना करना पड़ा।Haryana Result
भजनलाल परिवार की हार
भजनलाल के बड़े बेटे कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य ने आदमपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन चुनावी परिणामों ने उनके परिवार की स्थिति को कमजोर कर दिया। भव्य की हार ने यह स्पष्ट कर दिया कि भजनलाल परिवार का प्रभाव अब पहले जैसा नहीं रहा।
चंद्रमोहन ने हालांकि पंचकूला से जीत हासिल की, लेकिन इससे परिवार के राजनीतिक प्रभाव को पूरी तरह से नहीं बचाया जा सका।
बंसीलाल परिवार की स्थिति
बंसीलाल की परंपरागत सीट तोशाम से श्रुति चौधरी ने अपने चचेरे भाई अनिरुद्ध को हराकर जीत हासिल की। यह जीत बंसीलाल के परिवार की राजनीतिक विरासत को लेकर एक महत्वपूर्ण घटना रही। बंसीलाल के छोटे बेटे सुरेंद्र सिंह की बेटी श्रुति ने अपनी दादी की सीट पर कमाल कर दिखाया।Haryana Result
चुनाव परिणामों का प्रभाव
हरियाणा की राजनीति में भजनलाल, देवी लाल और बंसीलाल परिवारों का बड़ा स्थान रहा है। इस चुनाव ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समय के साथ इन परिवारों का प्रभाव कम हो रहा है। जजपा ने इस बार कोई सीट नहीं जीती, जो यह दर्शाता है कि देवीलाल परिवार की विरासत को लेकर चल रही जंग में जजपा ने एक बार फिर से हार का सामना किया है।Haryana Result