पढ़ाई हो या खेल, हरियाणा की बहू-बेटियां देश-दुनिया में नाम रोशन करती हैं। हालांकि राजनीतिक स्तर पर वह पिछड़ते नजर आ रहे हैं. हरियाणा में हालात ऐसे हैं कि प्रमुख राजनीतिक दलों ने लोकसभा की 10 सीटों के लिए सिर्फ चार उम्मीदवारों को टिकट दिया है.

इनमें से भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस की ओर से एक-एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया गया है. जबकि जननायक जनता पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल ने भी राष्ट्रीय पार्टियों की तरह हिसार लोकसभा सीट से एक-एक महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है. इनमें से कुछ ऐसी महिला प्रत्याशी भी हैं, जिनको राजनीतिक मजबूरी में टिकट दिया है.

अंबाला में भाजपा ने बंतो कटारिया को उतारा है. बंतो कटारिया स्वर्गीय रतन लाल कटारिया की पत्नी हैं. सियासी जानकारों की माने तो बंतो कटारिया को टिकट देकर पार्टी सिम्पैथी वोट का फायदा लेना चाहती है.

इनेलो ने हिसार से सुनैना चौटाला को प्रत्याशी बनाया है. उन्हें टिकट मिलने में पारिवारिक पार्टी होने का फायदा मिला है. वह देवीलाल की पौत्रवधू हैं. कांग्रेस की सैलजा सिरसा सीट पर कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को उम्मीदवार बनाया है. सियासी जानकार सैलजा को टिकट देना सूबे की गुटबाजी को बता रहे हैं. पूर्व हुड्‌डा जानते थे कि सैलजा राज्य में सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं. हिसार से जजपा ने नैना चौटाला को प्रत्याशी बनाया है. वे हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की मां हैं.

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