कुरुक्षेत्र जिले के मिर्जापुर गांव के निकट एसवाईएल नहर में एक दुखद घटना घटी, जिसमें एक एनआरआई महिला की मौत हो गई, जबकि अपनी मां को बचाने के लिए नहर में कूदने वाला उसका बेटा बह गया। पुलिस और गोताखोरों की टीम ने युवक की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं चल सका है।
पुलिस के मुताबिक, 28 वर्षीय गौरव अपनी मां राजबाला के साथ 15 दिन पहले कनाडा से अपने घर वापस आए थे। उन्होंने घर की शांति के लिए एक हवन किया था और हवन की राख को प्रवाहित करने के लिए एसवाईएल नहर के पास पहुंचे थे। इस दौरान, जब राजबाला नहर में राख प्रवाहित कर रही थीं, उनका पांव फिसल गया और वह नहर में गिर गई।
राजबाला के गिरने के बाद, शोर मचाने पर उनका बेटा गौरव अपनी मां को बचाने के लिए नहर में कूद पड़ा। कुछ देर बाद दोनों मां-बेटा नहर में बह गए। गौरव और राजबाला के नहर में बह जाने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और गोताखोरों को सूचना दी।
बचाव कार्य और शव बरामदगी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। गोताखोरों ने राजबाला का शव नहर से बरामद कर लिया, जिसे पुलिया पर लाकर पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
गौरव की तलाश जारी
गौरव की तलाश के लिए गोताखोरों की टीम ने नहर में गहन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हालांकि, अब तक उसका कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और नहर में गिरने के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
परिवार और स्थानीय लोगों का दुख
यह घटना मिर्जापुर गांव के लिए एक बड़े सदमे के रूप में सामने आई है। गौरव और राजबाला का परिवार अब इस दुखद हादसे से उबरने की कोशिश कर रहा है। स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर शोक में डूबे हुए हैं, और पूरे गांव में इस घटना की चर्चा हो रही है।