हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मात्र 0.18% वोटों के अंतर से सत्ता खो दी। इस चुनाव में कुल 2,03,54,350 मतदाता थे, जिनमें से 1,24,88,689 ने मतदान किया। भाजपा ने 55,48,800 वोट (39.94%) प्राप्त कर पूर्ण बहुमत के साथ हैट्रिक लगाई, जबकि कांग्रेस को 54,30,602 वोट (39.09%) मिले।
हार का आंकड़ा
कांग्रेस ने नौ सीटों पर मामूली अंतर से हार का सामना किया। इन सीटों पर कुल मिलाकर 22,907 वोटों का अंतर था, जो कुल मतदान का 0.18% है। इनमें से सात सीटें भाजपा और दो सीटें इनेलो के खाते में गईं।
प्रमुख सीटों पर हार का अंतर
- उचाना कलां:
- कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को भाजपा के देवेंद्र अत्री से 34 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
- कांग्रेस के बागी वीरेंद्र घोघडिया ने 31,456 वोट प्राप्त किए, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई।
- डबवाली:
- कांग्रेस के अमित सिहाग को इनेलो के आदित्य देवीलाल से 610 वोटों से हार मिली।
- दादरी:
- भाजपा के पूर्व जेलर सुनील सांगवान ने मनीषा सांगवान को 1,957 वोटों से मात दी।
- असंध:
- भाजपा के योगिंदर सिंह राणा ने शमशेर सिंह गोगी को 2,306 वोटों से हराया।
- होडल:
- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भाजपा के हरिंदर सिंह से 2,595 वोट से हार गए।
- महेंद्रगढ़:
- भाजपा के कंवर सिंह ने कांग्रेस के राव दान सिंह को 2,648 वोट से हराया।
- रानियां:
- इनेलो के अर्जुन चौटाला ने कांग्रेस के सर्वमित्र कंबोज को 4,191 वोट से हराया।
- घरौंडा:
- हरविंदर कल्यान ने कांग्रेस के वरिंदर सिंह राठौर को 4,531 वोटों से हराया।
चुनावी विश्लेषण
भाजपा ने 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। इनेलो को दो सीटें मिलीं और अन्य दलों जैसे जजपा, आप, और बसपा ने मिलकर 6 सीटें हासिल कीं।
- पार्टी रणनीति: कांग्रेस की हार में बागी नेताओं की भूमिका महत्वपूर्ण रही, जिन्होंने पार्टी के उम्मीदवारों की संभावनाओं को कमजोर किया।
- स्थानीय मुद्दे: चुनाव में स्थानीय मुद्दों और नेता की छवि भी निर्णायक साबित हुई।