चंडीगढ़, हरियाणा: हरियाणा विधानसभा के सत्र की शुरुआत राष्ट्रीय गान के साथ हुई, जिसमें राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अपने अभिभाषण में प्रदेश के विकास के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि आज से राज्य में सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति के वर्गीकरण का फैसला लागू कर दिया गया है। यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लिया गया था और अब राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक, अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण के तहत विभिन्न वर्गों में बांटा जाएगा।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि इस फैसले को कैबिनेट द्वारा पहले ही पास किया जा चुका था और अब यह लागू हो जाएगा। इस आदेश की जानकारी प्रदेश के मुख्य सचिव की वेबसाइट पर शाम 5 बजे के बाद उपलब्ध होगी।
राज्यपाल का अभिभाषण और विधानसभा की कार्यवाही
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में हरियाणा विधानसभा में पहली बार चुने गए 40 विधायकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा में 13 महिलाएं भी जीतकर आईं, जो कि महिलाओं की भागीदारी के लिए एक अहम संकेत है। राज्यपाल ने प्रदेश में शांतिपूर्वक चुनाव के लिए जागरूक मतदाताओं और अधिकारियों का धन्यवाद किया और आशा व्यक्त की कि सभी विधायक अपनी जिम्मेदारियों का सही निर्वहन करेंगे।
राज्यपाल ने यह भी घोषणा की कि सीईटी (कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) पास करने वाले युवाओं को यदि एक साल तक नौकरी नहीं मिलती है, तो उन्हें अगले दो वर्षों तक 9,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा।
विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तकरार
विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष ने डीएपी खाद की कमी, अनियंत्रित डेंगू, और पराली जलाने पर किसानों पर जुर्माने जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की। विपक्षी विधायकों ने इन मुद्दों को जोर-शोर से उठाने का ऐलान किया था, जबकि सरकार ने इन समस्याओं के समाधान के लिए तैयारी की थी।
इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मजाक करते हुए कहा कि अनिल विज को गृहमंत्रालय सौंप दें, ताकि सब ठीक हो जाए। यह टिप्पणी विज के उस बयान पर थी, जिसमें उन्होंने चुनाव के दौरान जान को खतरा होने की बात कही थी। विधानसभा में यह मुद्दा उठाने के बाद रघबीर कादियान ने इसे गंभीर करार दिया और कहा कि इस पर संज्ञान लिया जाना चाहिए।
महिला विधायकों की चर्चा
सदन में सावित्री जिंदल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि राज्यपाल ने 14वीं विधानसभा में शामिल 9 महिला विधायकों को “नवरत्न” कहकर संबोधित किया, जिससे उन्हें गर्व महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण प्रदेश की प्रगति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा रहा है।
सावित्री जिंदल ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने पिछले वर्षों में कई योजनाओं की शुरुआत की है, जो राज्य की समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उन्होंने अपने विधायक साथियों से अपील की कि वे राज्य के विकास में अपना सहयोग और योगदान एक जिम्मेदारी के रूप में निभाएं।