फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद रहने वाले लोगों के लिए खुश खबरी है। यमुना नदी पर मंझावली पुल बनने के बाद अब लोगों को फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद परियोजना पर काम जल्द शुरू होने उम्मीद है। इस परियोजना की डीपीआर बन चुकी है। अब सरकार पर निर्भर करता है की वो कब काम शुरू करने का निर्णय लेते है। चार मई को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण की बैठक में परियोजना के काम पर मुहर लग सकती है।
मंझावली पुल बनने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद से कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। पुल निर्माण पूरा हो चुका है। केवल उत्तर प्रदेश के शासन को अपने हिस्से की जमीन में सड़क बनानी है। उधर, केजीपी से कनेक्टिविटी के लिए मोहना मार्ग को चार लेन बनाने का काम चल रहा है। इन कनेक्टिविटी का सीधा और सबसे अधिक फायदा ग्रेटर फरीदाबाद के निवासियों को होगा।
पड़ोसी जिलों से सीधी व सुगम कनेक्टिविटी होना बेहद जरूरी है। मंझावली और एफएनजी परियोजना बहुत जरूरी है। सरकार इस दिशा में काम कर रही है। कनेक्टिविटी से रियल एस्टेट बूम करेगा और निवेशकों का रुझान ग्रेटर फरीदाबाद की ओर बढ़ेगा। राकेश गुप्ता, प्रबंध निदेशक, आरपीएस ग्रुप ग्रेटर फरीदाबाद में तेजी से रिहायश बढ़ रही है। अब कनेक्टिविटी बेहतर होने से इसका लाभ भी मिलेगा। इसके बाद रियल एस्टेट में भी तेजी आएगी। यमुना नदी पर पुल बनने से उत्तर प्रदेश के तीन शहर बेहद नजदीक हो गए हैं। वहां के लोग यहां कारोबार करेंगे और इसका सभी को लाभ होगा। -नरेश मलिक, चेयरमैन, मनसा ग्रुप सरकार भी बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में काम कर रही है। आने वाले कुछ ही साल में फरीदाबाद में सबसे अधिक निवेश होगा।