हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लगातार तीसरी बार प्रचंड जीत हासिल की है। पार्टी ने 48 सीटें जीतकर सरकार बनाने की स्थिति में है, जिसमें नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाने की संभावना है। 15 अक्टूबर को पंचकूला में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
भाजपा की जीत और सीएम पद की उम्मीदवारी
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जीतकर एक बार फिर सत्ता में वापसी की है। नायब सिंह सैनी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे है, जिस पर पार्टी के अंदर कोई संदेह नहीं है। यह स्पष्ट हो चुका है कि पार्टी के शीर्ष नेता, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, ने नायब सैनी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी
शपथ ग्रहण समारोह के लिए हरियाणा के मुख्य सचिव ने 10 सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो समारोह की सभी तैयारियों की देखरेख करेगी। इस समारोह में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे।
निर्दलीय विधायकों का समर्थन
भाजपा को 51 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें तीन निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल, देवेंद्र कादियान, और राजेश जून शामिल हैं। इनमें से एक को मंत्री बनाया जा सकता है, जिससे सरकार की मजबूती और बढ़ जाएगी।
संभावित मंत्रियों की सूची
नई सरकार में संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा हो रही है। यहां कुछ प्रमुख नाम दिए गए हैं:
- अनिल विज: अंबाला कैंट से विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता।
- कृष्ण लाल पंवार: दलित चेहरा, इसराना से विधायक।
- मूलचंद शर्मा: बल्लभगढ़ से विधायक और पूर्व मंत्री।
- महिपाल ढांडा: पानीपत ग्रामीण से विधायक, जाट बिरादरी का प्रतिनिधित्व।
- विपुल गोयल: फरीदाबाद से विधायक, वैश्य समुदाय का प्रतिनिधित्व।
- रणबीर गंगवा: ओबीसी कुम्हार जाति से, बरवाला से विधायक।
- आरती राव: केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी, युवा और महिला प्रतिनिधित्व।
- कृष्ण कुमार बेदी: दलित चेहरे के रूप में मजबूत दावेदार।
- हरविंद्र कल्याण: घरौंदा से विधायक, स्पीकर बनने की दौड़ में।
- सावित्री जिंदल या कृष्णा गहलावत: भाजपा को समर्थन देने वाली वरिष्ठ नेताओं में से एक।
- डा. कृष्ण लाल मिड्डा: पंजाबी समुदाय से, तीसरी बार विधायक।
- राजेश नागर: गुर्जर समुदाय का प्रतिनिधित्व।
नए चेहरों को मिल सकता है मौका
पिछली सैनी सरकार के अधिकांश मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष चुनाव हार गए हैं, जिससे नए चेहरों को मौका मिल सकता है। दिवंगत बंसीलाल की पौत्री श्रुति चौधरी का नाम भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा में है।
डिप्टी सीएम की चर्चा
मुख्यमंत्री पद के लिए नायब सैनी का नाम तय है, लेकिन डिप्टी सीएम के नाम पर चर्चा चल रही है। पार्टी में इस मुद्दे पर अलग-अलग राय हो सकती है, और यह तय करना महत्वपूर्ण होगा कि डिप्टी सीएम कौन होगा।