भारत के प्रतिष्ठित फैशन डिजाइनर रोहित बल (63) का निधन शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से हुआ। वे दिल की बीमारियों से लंबे समय से पीड़ित थे और 2010 में एंजियोप्लास्टी भी करवा चुके थे। उनके अचानक निधन ने फैशन और सिनेमा की दुनिया में शोक की लहर दौड़ा दी है।
करियर की शानदार यात्रा
रोहित बल ने अपने करियर की शुरुआत 1986 में अपने भाई के साथ मिलकर ऑर्किड ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना के साथ की। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी से फैशन का कोर्स किया था और इसके बाद भारतीय फैशन इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई। उन्हें 1996 में टाइम पत्रिका द्वारा भारत का ‘मास्टर ऑफ फैब्रिक एंड फैंटेसी’ भी कहा गया था।
अंतरराष्ट्रीय पहचान
रोहित बल को 2001 और 2004 में अंतरराष्ट्रीय फैशन अवॉर्ड्स में ‘डिजाइनर ऑफ द ईयर’ का खिताब मिला। उन्होंने हॉलीवुड की प्रमुख हस्तियों जैसे उमा थुरमन, सिंडी क्रॉफर्ड, और नाओमी कैंपबेल के लिए भी डिजाइन किया। भारत में, उन्होंने दीपिका पादुकोण और अर्जुन रामपाल जैसे सितारों के लिए कपड़े तैयार किए।
आखिरी शो
रोहित बल ने 13 अक्टूबर को दिल्ली के इंपीरियल होटल में लैक्मे इंडिया फैशन वीक में अपने कलेक्शन ‘कायनात: ए ब्लूम इन द यूनिवर्स’ का प्रदर्शन किया था। यह उनके करियर का आखिरी शो था, जिसमें बॉलीवुड की युवा अभिनेत्री अनन्या पांडे शो-स्टॉपर थीं। इस शो में उनकी अद्भुत कृति और डिजाइन की सराहना की गई।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ
रोहित बल की स्वास्थ्य समस्याएं पिछले कुछ वर्षों से बनी हुई थीं। दिसंबर 2023 में, उन्हें हार्ट की परेशानी के चलते गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। हालांकि, उन्होंने 2024 की शुरुआत में फैशन इंडस्ट्री में कमबैक किया, लेकिन अचानक हुई इस घटना ने सभी को चौंका दिया।
दोस्तों और सहयोगियों की प्रतिक्रियाएँ
रोहित बल के निधन पर कई बॉलीवुड सितारों और उनके करीबी दोस्तों ने शोक व्यक्त किया है।
- गौतम सिंघानिया: “मैं एक अविश्वसनीय दोस्त को अलविदा कहने से बहुत दुखी हूं।”
- सोनम कपूर: “आपको शब्दों से परे याद किया जाएगा, लेकिन आपकी आत्मा हम सभी में जीवित रहेगी। RIP, मेरे दोस्त।”
- करीना कपूर: “प्यारे गुड्डे, मैं आपके निधन के बारे में सुनकर बहुत दुखी हूं। मुझे उम्मीद है कि आप आराम कर रहे हैं। हमेशा आपकी सबसे बड़ी प्रशंसक रहूंगी।”
व्यक्तिगत जीवन
रोहित बल का जन्म 8 मई 1961 को श्रीनगर में एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ था। उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में ग्रेजुएशन किया और बाद में अपने परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए।