कानपुर में एकता गुप्ता की हत्या का मामला हाल ही में सुर्खियों में रहा, जहां जिम ट्रेनर विमल सोनी ने अपने प्रेम संबंधों के चलते हत्या को अंजाम दिया। यह मामला न केवल हत्या की गूंज के कारण बल्कि विमल के पृष्ठभूमि के चलते भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
विमल सोनी, जो कि एक जिम ट्रेनर हैं, का नाम पहले भी चर्चाओं में रहा है। उन्होंने 2010 में मिस्टर यूपी का खिताब जीता और मिस्टर इंडिया की प्रतियोगिता में अंतिम पांच में जगह बनाई। उनकी कसरती काया और जिम में प्रशिक्षण के अनोखे तरीकों ने उन्हें शहर में लोकप्रिय बना दिया। हालांकि, इस सफलता के बावजूद, उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा और उन्हें एक रेस्टोरेंट में वेटर की नौकरी करनी पड़ी।
विमल का करियर तब और चमका जब एक आईएएस अधिकारी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें ग्रीन पार्क में जिम ट्रेनर की नौकरी दिलाई। लेकिन, उनकी कथित गलत हरकतों के कारण उन्हें एक बार ग्रीन पार्क से हटा दिया गया था, फिर भी एक बड़े अधिकारी के जरिए उन्होंने फिर से अपनी नौकरी प्राप्त कर ली।
हत्या की कहानी
हत्या की घटना 24 जून को हुई, जब एकता गुप्ता ने जिम जाने के बाद विमल के साथ कार में विवाद किया। बताया जा रहा है कि विमल ने गुस्से में आकर एकता के गले में घूंसा मारा, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसने रस्सी और दुपट्टे से गला घोंटकर एकता की हत्या कर दी। विमल ने शव को ठिकाने लगाने के लिए कई जगहों पर जाने की कोशिश की, लेकिन अंततः उसने डीएम कंपाउंड के ऑफिसर्स क्लब में शव को दफनाने का निर्णय लिया।
पुलिस की जांच
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच शुरू की। फुटेज में 24 जून की सुबह एकता को जिम से बाहर जाते हुए और विमल को कार लेकर ग्रीनपार्क से निकलते हुए देखा गया। पुलिस ने दावा किया है कि हत्या करने से लेकर शव को ठिकाने लगाने में विमल को केवल 45 मिनट का समय लगा।
विमल का बयान
विमल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि एकता के साथ उसका अफेयर चार महीने पहले शुरू हुआ था। एकता उसकी शादी को लेकर चिंतित थी और रोज़-रोज़ के झगड़ों से तंग आकर उसने हत्या की योजना बनाई। उसने कहा कि एकता जिम नहीं आ रही थी, इसलिए उसने उसे जिम आने के लिए मनाया।