महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की प्रचंड जीत के बाद अब मुख्यमंत्री पद को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाना है। हालांकि, ये लगभग तय हो चुका है कि मौजूदा CM एकनाथ शिंदे फिर से CM नहीं बनने जा रहे हैं। इसके बावजूद, शिंदे ने अपनी पार्टी शिवसेना की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक अहम कदम उठाया है और BJP से अपनी कई अहम डिमांड्स रखी हैं।
एकनाथ शिंदे ने गुरुवार, 28 नवंबर की देर रात केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में शिंदे ने शिवसेना की ओर से कई मांगें रखीं। उन्होंने BJP आलाकमान से विधान परिषद के अध्यक्ष पद की मांग की, साथ ही पार्टी के लिए 12 मंत्री पदों की भी डिमांड की।
शिंदे ने अमित शाह से आग्रह किया कि वो महाराष्ट्र सरकार में अपने पार्टी के मंत्रियों को प्रमुख विभागों का आवंटन करें। साथ ही, उन्होंने ये भी साफ किया कि शिवसेना की भागीदारी को बिना किसी अपमान के मान्यता मिलनी चाहिए। शिंदे ने एक बार फिर से ये संकेत दिया कि उनकी पार्टी महायुति के साथ खड़ी रहेगी और किसी भी स्थिति में सरकार बनाने के प्रयासों में कोई रुकावट नहीं आने देंगे।
शिंदे के BJP से मुलाकात के बाद एक महत्वपूर्ण संकेत मिला है कि BJP ने उन्हें मनाने में सफलता हासिल की है।
वही एकनाथ शिंदे ने पहले भी सार्वजनिक रूप से ये बयान दिया था कि वो PM नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए हर निर्णय का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा था कि यदि उनकी मौजूदगी से महाराष्ट्र में सरकार गठन में कोई रुकावट आती है, तो PM मोदी का निर्णय उन्हें स्वीकार्य होगा। शिंदे ने इस बयान के माध्यम से स्पष्ट कर दिया कि वो BJP के नेतृत्व में कार्य करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और महायुति की सरकार को मजबूती देने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।