प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा को एक बार फिर से धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। यह पूछताछ हरियाणा के शिकोहपुर में हुए भूमि सौदे से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में की जा रही है।
ईडी के अनुसार, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ भूमि 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी। इसके बाद, इस भूमि को रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया गया। ईडी का आरोप है कि इस सौदे में वित्तीय अनियमितताएं हो सकती हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
रॉबर्ट वाड्रा का बयान:
ईडी के दफ्तर जाते समय रॉबर्ट वाड्रा ने मीडिया से कहा कि सरकार उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि आखिर गलती क्या है। मुझे किसी से भी कुछ भी छिपाने की जरूरत नहीं है। मैं कुछ भी गलत नहीं किया है। मेरे खिलाफ जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सब कुछ मुझे परेशान करने और फंसाने के लिए किया जा रहा है। इस मामले में कुछ भी नहीं है। पिछले 20 सालों में मुझे 15 बार बुलाया गया और हर बार 10 घंटे से ज्यादा पूछताछ की गई। मैंने 23,000 दस्तावेज जमा किए हैं। मुझसे जो भी पूछा जाएगा, उन्हें सब बताएंगे।”
पिछली पूछताछ और लंदन संपत्ति:
इससे पहले, रॉबर्ट वाड्रा से लंदन में कथित रूप से खरीदी गई संपत्तियों के संबंध में भी पूछताछ की जा चुकी है। ईडी का आरोप है कि वाड्रा ने लंदन के ब्रायनस्टन स्क्वायर में 1.9 मिलियन पाउंड की संपत्ति खरीदी, और इसके अलावा वहां दो अन्य महंगी संपत्तियां और छह फ्लैट्स भी हैं। ईडी ने अदालत में कहा था कि ये संपत्तियां अपराध से अर्जित आय से खरीदी गई हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा का समर्थन:
रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने पति के साथ खड़े होने की बात कही है। ईडी के दफ्तर जाते समय प्रियंका उनके साथ थीं, और उन्होंने कहा, “मैं अपने पति के साथ खड़ी हूं।
प्रवर्तन निदेशालय ने व्यवसायी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को भूमि सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया। 56 साल के रॉबर्ट वाड्रा को इस मामले में पहली बार 8 अप्रैल को बुलाया गया था। वाड्रा के खिलाफ जांच हरियाणा के शिकोहपुर में एक भूमि सौदे से जुड़ी है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति और जानेमाने कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा को जमीन सौदा मामले में दूसरी बार तलब किया है। समन के तहत वे मंगलवार सुबह ईडी दफ्तर पहुंचे। इससे पहले ईडी ने उन्हें समन कर 8 अप्रैल को पेश होने को कहा था। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत वाड्रा का बयान दर्ज करेगी। इससे पहले संघीय जांच एजेंसी ने एक अन्य धन शोधन मामले में वाड्रा से पूछताछ की थी।
दरअसल, ईडी ने मंगलवार को हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा है। वाड्रा पहले समन पर उपस्थित नहीं हुए थे, जो 8 अप्रैल को जारी किया गया था। उन्हें पूछताछ के लिए ईडी के सामने उपस्थित होने के लिए कहा गया, क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी उनकी फर्म स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से संबंधित कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। ईडी के मुताबिक, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ का प्लॉट 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा था। उनकी कंपनी ने इसके बाद जमीन को रियल एस्टेट दिग्गज डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया।
इससे ईडी दफ्तर जाते वक्त रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि सरकार बदले के तहत कारवाई कर रही है। मुझे नहीं पता कि आखिर गलती क्या है। मुझे किसी से भी कुछ भी छिपाने की जरूरत नहीं है। मैं कुछ भी गलत नहीं किया है। मेरे खिलाफ जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सब कुछ मुझे परेशान करने और फंसाने के लिए किया जा रहा है। इस मामले में कुछ भी नहीं है। पिछले 20 सालों में मुझे 15 बार बुलाया गया और हर बार 10 घंटे से ज्यादा पूछताछ की गई। मैंने 23000 दस्तावेज जमा किए हैं। मुझसे जो भी पूछा जाएगा, उन्हें सब बताएंगे।