नेपाल सहित भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर नेपाल में भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई। जबकि, तिब्बत में 6.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। तिब्बत के पहाड़ी क्षेत्र शिजांग में एक घंचे के अंदर 6 सिलसिलेवार भूकंप आए। भूकंप के कारण तिब्बत में जानमाल का नुकसान हुआ है और कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है और 38 घायल हुए है।
बता दें कि, भारत, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के तेज झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों और खुली जगहों पर आ गए। वहीं, चीनी मीडिया के मुताबिक भूकंप के केंद्र के पास कई इमारतें भी ढह गई है।
बंगाल के सिलीगुड़ी में सुबह 6 बजकर 37 मिनट पर 15 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। वहीं, अभी तक किसी भी हताहत की खबर सामने नहीं आई है। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। वहीं, इसके अलावा बिहार की राजधानी पटना सहित दिल्ली-एनसीआर और यूपी में भी झटके महसूस किए गए है।
बता दें कि, बिहार में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गई और करीब 5 सेकेंड तक धरती हिली। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकलने लगे। वहीं, नेपाल सरकार द्वारा भूकंप की पुष्टि की गई है। और इसका केंद्र नेपाल-चीन सीमा तिब्बत के डिंगे कांती में थी। इस भूकंप से नेपाल के अधिकतर हिस्से हिल गए।
नेपाल की राजधानी काठमाडू में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि सुबह-सुबह लोग शोर मचात हुए अपने घरो से बाहर निकल आए। वहीं, भूकंप से कहां और कितना नुकसान हुआ है अभी तक इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।