क्या इस्लाम में किसी गैर महिला से हाथ मिलाना हराम है। इसकी चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि उज्बेकिस्तान के एक मुस्लिम शतरंज खिलाड़ी ने भारत की एक हिंदू महिला शतरंज खिलाड़ी से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया, और कहा कि गैर धर्म की महिला से हाथ मिलाना उसके लिए हराम है। दरअसल टाटा स्टील चेस टूर्नामेंट का आयोजन नीदरलैंड के विज्क ऑन जी में किया जा रहा है। टूर्नामेंट के दौरान उस वक्त विवाद हो गया जब भारतीय ग्रैंड मास्टर आर वैशाली से एक खिलाड़ी ने हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। इसका कारण पूरी तरह से धार्मिक था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि आर वैशाली ने चौथे दौर के मुकाबले की शुरुआत से पहले उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक याकूबोव के खिलाफ हैंड शेक करने के लिए हाथ बढ़ाया, लेकिन नोदिरबेक याकूबोव बिना जवाब दिए बैठ गए। जिससे वैशाली असहज महसूस कर रही थीं। सोशल मीडिया पर जब यह वीडियो वायरल हो गया, तो नोदिरबेक याकूबोव ने ‘एक्स’ पर एक लंबी प्रतिक्रिया पोस्ट की।
नोदिरबेक याकूबोव ने दी सफाई
इसमें उन्होंने कहा कि, ‘वे वैशाली और उनके छोटे भाई आर. प्रज्ञानंदधा का पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन वे धार्मिक कारणों से अन्य महिलाओं को नहीं छूते हैं.’ नोदिरबेक याकूबोव जो एक मुसलमान हैं, उसने लिखा, ‘मैं वैशाली के साथ खेल में घटित स्थिति के बारे में बताना चाहता हूँ. महिलाओं और भारतीय शतरंज खिलाड़ियों के प्रति पूरे सम्मान के साथ, मैं सभी को सूचित करना चाहता हूँ कि मैं धार्मिक कारणों से अन्य महिलाओं को नहीं छूता हूँ’
भारतीय खिलाड़ी से नहीं मिलाया हाथ
खेल कोई भी हो, मैच शुरू होने से पहले प्रतिद्वंद्वी टीमों के कप्तान या खिलाड़ी आपस में हाथ मिलाते ही हैं। नोदिरबेक याकुबोएव का ऐसा न करना ना सिर्फ वैशाली के लिए बल्कि लोगों के लिए भी स्वाभाविक रूप से हैरान करने वाला था। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल है। बता दें कि चौथे दौर का मुकाबला शुरू होने से पहले वैशाली को नोदिरबेक याकूबोव की तरफ अपना हाथ बढ़ाते हुए देखा जा सकता है। लेकिन नोदिरबेक याकूबोव भारतीय चेस प्लेयर से बिना हाथ मिलाए बैठ गए।