दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी के तहत राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी रणनीतियों को तेज़ कर दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक और बड़ा चुनावी एलान किया है, जिससे दिल्ली के नागरिकों को राहत मिलने की संभावना है। इस एलान में उन्होंने दिल्लीवासियों से कहा कि यदि उन्हें पानी के गलत बिल आए हैं, तो उन्हें अब उन्हें भरने की आवश्यकता नहीं है। चुनाव के बाद उनकी पार्टी सरकार बनाने के बाद, गलत बिलों को माफ कर दिया जाएगा। यह बयान केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को आश्वस्त करने के लिए दिया, जिन्होंने उनके नेतृत्व में पिछले दस सालों में मुफ्त पानी की योजनाओं का लाभ उठाया था।

अरविंद केजरीवाल का बयान

अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “दिल्ली में हमारी सरकार पिछले 10 वर्षों से लोगों को मुफ्त पानी मुहैया करा रही है। 12 लाख से ज्यादा परिवारों को जीरो पानी का बिल आता है। लेकिन जब से मैं जेल गया हूं, मुझे नहीं पता कि उन लोगों ने क्या किया है। अब लोगों के पानी के बिल में हजारों और लाखों रुपये का अंतर आ गया है। ऐसे बिलों को भरने की कोई जरूरत नहीं है।”

केजरीवाल ने इसके आगे कहा, “मैं सार्वजनिक रूप से और आधिकारिक तौर पर घोषणा करना चाहता हूं कि जिन लोगों के पानी के बिल गलत हैं, उन्हें उनका भुगतान नहीं करना चाहिए। उन्हें इंतजार करना चाहिए। चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी और हम उनके गलत बिल माफ कर देंगे। यह मेरा वादा है, यह मेरी गारंटी है।”

उनका यह बयान खास तौर पर उन दिल्लीवासियों के लिए राहत देने वाला है, जिन्हें असमान्य और ऊंचे पानी के बिलों का सामना करना पड़ रहा है। केजरीवाल के इस एलान से यह भी स्पष्ट होता है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए एक बड़े समर्थन जुटाने की योजना बना रहे हैं।

दिल्ली में मुफ्त पानी योजना का इतिहास

अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में मुफ्त पानी की योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य गरीब और मंझले वर्ग के परिवारों को राहत देना था। इस योजना के तहत 20,000 लीटर तक पानी का बिल जीरो होता था। इससे दिल्लीवासियों को भारी राहत मिली थी और इसके कारण आम आदमी पार्टी को जनता में व्यापक समर्थन मिला था। अब केजरीवाल का यह नया एलान और अधिक वोटरों को आकर्षित करने का प्रयास माना जा रहा है, खासकर उन परिवारों के लिए जिन्होंने गलत बिलों की वजह से परेशान हो रहे थे।

आलोचना और विपक्ष की प्रतिक्रिया

अरविंद केजरीवाल के इस चुनावी एलान पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने इस घोषणा को केवल चुनावी राजनीति का हिस्सा बताया और कहा कि यह एक चुनावी चाल है। विपक्षी दलों का मानना है कि अगर यह सच में जनता के लाभ के लिए था, तो इसे पहले किया जाता और चुनावों के समय पर इस घोषणा का उद्देश्य सिर्फ वोट बटोरना है।

भाजपा ने केजरीवाल के बयान पर तंज करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने जब तक लोगों की समस्या का समाधान नहीं किया, तब तक वह खुद जेल में थे। अब चुनाव के समय पर उन्हें ये याद आ रहा है। कांग्रेस ने भी इसे एक दिखावा करार दिया और कहा कि यह केवल लोगों को लुभाने के लिए किया जा रहा है।

केजरीवाल का विरोध और पंजाब में महिलाओं का प्रदर्शन

इसी बीच, केजरीवाल के आवास के बाहर महिलाओं का एक समूह प्रदर्शन कर रहा था। यह महिलाएं पंजाब से आई थीं और उनका आरोप था कि अरविंद केजरीवाल ने पंजाब विधानसभा चुनावों में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया। प्रदर्शन कर रही महिलाएं उन वादों को लेकर नाराज थीं, जिनमें उनके लिए विशेष योजनाओं और मदद की बात की गई थी। उनका कहना था कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिलने आई थीं, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।

दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को हिरासत में ले लिया और उन्हें वहां से हटा दिया। अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह महिलाएं कांग्रेस और भाजपा की पार्टी से हैं और पंजाब की महिलाएं उनके साथ हैं। उन्होंने कहा, “पंजाब की महिलाएं हमारी सरकार में विश्वास रखती हैं। यह महिलाएं कांग्रेस और भाजपा के लिए काम करती हैं। उन्होंने कहा कि इन महिलाओं का प्रदर्शन किसी और मकसद से किया जा रहा था। उन्हें लगता है कि कांग्रेस और भाजपा एकजुट हो कर आम आदमी पार्टी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने वाली हैं।”

दिल्ली चुनाव 2025 की रणनीति

अरविंद केजरीवाल का यह एलान साफ तौर पर 2025 के विधानसभा चुनाव की दिशा में एक बड़ा कदम है। वह दिल्लीवासियों को भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी सरकार ने अब तक जो मुफ्त योजनाएं लागू की हैं, वे आगे भी जारी रहेंगी। खासकर पानी के बिलों का मुद्दा एक ऐसा मुद्दा है, जो दिल्लीवासियों की रोज़मर्रा की जिंदगी से जुड़ा है। इस घोषणा से वह उन परिवारों के लिए राहत प्रदान कर रहे हैं, जिन्हें पिछले कुछ समय से गलत बिलों की समस्या का सामना करना पड़ा था।

इसके अलावा, केजरीवाल का यह बयान विपक्ष को भी चुनौती देता है और यह दिखाता है कि वह दिल्ली के आगामी चुनावों को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं। विपक्षी दलों द्वारा किए जा रहे हमलों का जवाब देने के लिए वह इस तरह के चुनावी वादे कर रहे हैं। अब यह देखना होगा कि आम आदमी पार्टी इस वादे को पूरी तरह से लागू कर पाती है या नहीं, और चुनावी मैदान में जनता का समर्थन कैसे मिलता है।

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