दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला। इस दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल को याद करते हुए कहा कि “आज मेरे मन में वही व्यथा है, जैसे भगवान राम जी के वनवास जाने पर भरत जी के मन में थी।” उन्होंने कहा कि केजरीवाल की कुर्सी उनके लिए खाली है और उनका इंतजार रहेगा।
शपथ ग्रहण समारोह
आतिशी ने अपनी पहली बात में कहा, “भगवान राम हमारे आदर्श हैं, और केजरीवाल जी ने उनके मार्ग पर चलते हुए दिल्लीवालों की सेवा की है।” उन्होंने विश्वास जताया कि अगले विधानसभा चुनाव में दिल्लीवाले केजरीवाल को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाकर फिर से मुख्यमंत्री बनाएंगे।
आतिशी, दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपने मंत्रिपरिषद के साथ शपथ ग्रहण किया। उनके मंत्रिमंडल में सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत शामिल हैं। शपथ ग्रहण समारोह के बाद, आतिशी ने केजरीवाल का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।
आतिशी ने कहा कि “अरविंद केजरीवाल ने पिछले 10 वर्षों में दिल्ली की तस्वीर को बदल दिया है। शिक्षा और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के साथ ही लोगों को मुफ्त बिजली देने का कार्य किया है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल आज मुख्यमंत्री नहीं हैं क्योंकि भाजपा ने उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज किए।
आतिशी ने आश्वासन दिया कि अब जब केजरीवाल जेल से बाहर आ गए हैं, तो दिल्ली में बुनियादी सेवाएं जैसे सीवर, पानी और सड़कें सुधारने का कार्य होगा। उन्होंने कहा, “भाजपा के किसी भी षडयंत्र को अब सफल नहीं होने दिया जाएगा।”
आतिशी ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे आगामी चुनाव में एकजुट होकर केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनका मंत्रिमंडल दिल्लीवासियों की समस्याओं का समाधान करेगा और विकास के नए रास्ते खोलेगा।
