दिल्ली विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है, और उम्मीदवारों की नामांकन प्रक्रिया 10 जनवरी से शुरू होकर 17 जनवरी तक चलेगी। 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है, और इसके लिए मतदान 5 फरवरी को एक ही चरण में होगा, जबकि नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराने के लिए विशेष टीमें तैनात की हैं। नामांकन के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची 20 जनवरी को जारी की जाएगी। चुनाव प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए सुविधा ऐप तैयार किया गया है, जहां उम्मीदवार चुनाव से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त कर सकते हैं। नामांकन प्रक्रिया के दौरान किसी भी जुलूस या अन्य गतिविधियों की निगरानी की जाएगी, और आचार संहिता का उल्लंघन होने पर कार्रवाई होगी। प्रचार के लिए उम्मीदवारों को 14 दिनों का समय मिलेगा।
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी ने दिल्ली को “अपराध की राजधानी” बना दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने पर दिल्ली के आरडब्लूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) को फंड दिया जाएगा, जिससे वे अपने इलाकों में प्राइवेट गार्ड नियुक्त कर सकें। उनका उद्देश्य पुलिस को हटाना नहीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है।
केजरीवाल ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अब “धरना पार्टी” बन गई है और रोहिंग्या शरणार्थियों के नाम पर पूर्वांचल के लोगों के वोट काटने की कोशिश कर रही है। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर आचार संहिता के पालन की आवश्यकता पर जोर दिया है।