Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा एक बार फिर से खराब हो गई है, जिससे लोगों को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिवाली से पहले ही राजधानी स्मॉग की चादर में लिपट गई है, जिससे आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, 23 अक्टूबर को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 364 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है।
सीपीसीबी के अनुसार, मंगलवार के मुकाबले बुधवार को एक्यूआई में 37 अंकों की वृद्धि हुई है। यह इस मौसम का सबसे उच्च प्रदूषण स्तर है, जो चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का कहना है कि उच्च प्रदूषण स्तर से हृदय और श्वसन तंत्र पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर।Delhi Air Pollution
स्वास्थ्य पर प्रभाव
प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण, लोग आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत का अनुभव कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम में लोगों को बाहर जाने से बचना चाहिए और जब भी बाहर जाएं, तो मास्क पहनना अनिवार्य है। इसके अलावा, जो लोग पहले से श्वसन संबंधी समस्याओं से ग्रसित हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।Delhi Air Pollution
सरकार की प्रतिक्रिया
दिल्ली सरकार ने इस बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ कदम उठाने की योजना बनाई है। अधिकारियों ने निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों को लागू करने और वाहनों के धुएं को कम करने के लिए सख्त नियमों की घोषणा की है। इसके अलावा, लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि वे दीपावली के समय पटाखों का उपयोग न करें, जिससे प्रदूषण में और वृद्धि न हो।Delhi Air Pollution