देहरादून के पुरकल गांव में गुलदार की धमक से क्षेत्रवासी डरे हुए हैं। रविवार को गांव के पास स्थित जंगल से सटे इलाके में एक गुलदार जंगली सुअर को पकड़ने के लिए लगाए गए फंदे में फंस गया। इस घटना के बाद, जब दो युवक घायल गुलदार के पास जाकर उसके साथ सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे थे, तब गुलदार ने फंदे से छूटने का प्रयास किया और एक युवक पर हमला कर दिया। हालांकि, युवक बाल-बाल बच गए, लेकिन इस घटना ने गांव में दहशत का माहौल बना दिया है।
घटना के बाद, शोर मचाने पर गुलदार जंगल की ओर भाग गया। इस बीच, वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार की तलाश शुरू कर दी है। ताकि गुलदार को रिहायशी क्षेत्र से दूर किया जा सके। वन विभाग की टीम ने तुरंत गश्त बढ़ा दी है और गुलदार की तलाश में जुट गई है। रायपुर रेंज के अधिकारियों ने बताया कि रातभर गश्त जारी रही और गुलदार को रिहायशी क्षेत्र से दूर भगाने के लिए हवाई फायर भी किए गए हैं। किमाड़ी और कद्दूवाला क्षेत्र से भी गुलदार के देखे जाने की सूचना मिली है। वन विभाग द्वारा सतर्कता बढ़ाते हुए क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को तेज किया गया है।
गुलदार की धमक का ये नया मामला पिछले साल की घटनाओं की याद दिलाता है। पिछले साल भी शीतकाल में देहरादून के बाहरी क्षेत्रों में गुलदार के हमले से दहशत का माहौल था। सिगली, डांडा लखौंड, शिवगंगा एनक्लेव, कैनाल रोड, सोंधोवाली, चीड़ोंवाली, और संतलादेवी जैसे इलाकों में गुलदार नजर आने के बाद वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी थी। अक्टूबर 2023 में सिगली गांव में गुलदार ने एक चार वर्षीय बच्चे को हमला कर खा लिया था, और इसके बाद सोंधोवाली में भी एक बालक पर हमला हुआ था।
गुलदार की बढ़ती गतिविधियों को लेकर वन विभाग अब सतर्क है। रायपुर और मालसी रेंज की टीम के साथ मुख्यालय की रेस्क्यू टीम भी इलाके में गश्त कर रही है और गुलदार को गांव के क्षेत्र से दूर भगाने के प्रयास कर रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आगामी दिनों में जंगलों के पास बसे गांवों में लोगों को आगाह किया जाएगा और गुलदार से बचने के लिए सुरक्षा उपायों पर ध्यान दिया जाएगा।