पीटीआई के मुताबिक मायावती ने कहा कि भाजपा कांग्रेस की तरह ही गलत नीतियों का पालन कर रही है और विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा और उसके सहयोगियों की जातिवादी, पूंजीवादी और सांप्रदायिक नीतियों के कारण, एनडीए केंद्र में सत्ता बरकरार रखने में सक्षम नहीं होगी, बशर्ते कि चुनाव हो निष्पक्ष है और वोटिंग मशीनों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाए.
उन्होंने कहा, “हिंदुत्व की आड़ में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार चरम पर है. इसके साथ ही ऊंची जाति के गरीब लोगों की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है. खासकर ब्राह्मण समुदाय को पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर परेशान किया जा रहा है. भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई लगातार बढ़ रही है, जबकि भ्रष्टाचार अभी भी खत्म नहीं हुआ है.”
बसपा प्रमुख ने लोगों से भाजपा या कांग्रेस को लोकसभा चुनाव नहीं जीतने देने का आग्रह किया और कहा कि अगर बसपा सत्ता में आई तो वह सभी के लिए कल्याण सुनिश्चित करेगी. उन्होंने कहा, “अगर बसपा केंद्र में सत्ता में आती है तो वह ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ की नीति पर काम करेगी. ऐसा करने से बसपा संस्थापक कांशीराम जी का अधूरा सपना पूरा हो सकता है.”
केंद्र सरकार की मुफ्त राशन योजना का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा, ”जो थोड़ा सा मुफ्त राशन आपको दिया जा रहा है, उससे आपको स्थायी रूप से कोई फायदा नहीं होगा. मैं आपको बताना चाहती हूं कि आपको जो मुफ्त में राशन दिया जा रहा है, वह बीजेपी और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के लोगों की जेब से नहीं आता है लेकिन आपके टैक्स के पैसे से आता है.”