उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी से माणा गंव में शुक्रवार को आए बर्फीले तूफान से 57 मजदूर बर्फ में दब गए । मिली जानकारी के अनुसार अब तक 33 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। अभी भी 22 मजदूर दबे हुए है। वहीं, रेस्क्यू किए गए मजदूरों को सेना के कैंप ले जाया गया जहां चार की हालत नाजुक बताई जा रही है। टीम राहत-बचाव कार्य में लगी हुई है।
वहीं, अगर मौसम साफ होता है तो घायलों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश लाया जाएगा। उत्तराखंड मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ शामिल है। वहीं, लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज घटना का जायजा लेने पहुंचेंगे।
बता दें कि, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देर रात एक बार फिर राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बचाव कार्यों में वायुसेना के हेलीकॉप्टर के साथ ही राज्य सरकार की एजेंसी ‘युकाडा’ और निजी कंपनियों के हेलीकॉप्टर को भी शनिवार सुबह से बचाव कार्यों में शामिल करने के निर्देश दिए।
वहीं, जब यह घटना की सूचना मिली तो तुरंत पुलिस, सीमा सड़क संगठन, आईटीबीपी, राज्य पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवाद बल और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंते और खराब मौसम लगातार हो रही बर्फबारी के बीच राहत कार्य शुरू किया गया। हिमस्खन सुबह 7 बजकर 15 मिनट में हुआ।
आपको बता दें कि, खराब मौसम, दुर्गम इलाके और लगातार हो रही बर्फबारी से रेस्क्यू टीमों को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। वहीं. केंद्र और राज्य सरकार इस घटना पर पूरी नजर बनाए हुए है। वहीं, बीआरओ की टीम चमोली-बद्रीनाथ हाईवे पर बर्फ हटाने के काम में लगी हुई थी और मजदूर भी BRO की टीम के साथ थे।